Science, asked by patellakhendra5, 1 month ago

2. ब्रिटिश काल में भारत की राष्ट्रीय आय गणना का पहला प्रयास किसने
किया-
(अ) फिण्डले शिराज
(ब) विलियम डिग्बी
(स) दादाभाई नौरोगी (द) वी के आर वी राव​

Answers

Answered by raj5187
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Answer:

दादाभाई नौरोजी (4 सितम्बर 1825 -- 30 जून 1917) ब्रिटिशकालीन भारत के एक पारसी बुद्धिजीवी, शिक्षाशास्त्री, कपास के व्यापारी तथा आरम्भिक राजनैतिक एवं सामाजिक नेता थे। उन्हें 'भारत का वयोवृद्ध पुरुष' (Grand Old Man of India) कहा जाता है। १८९२ से १८९५ तक वे युनिटेड किंगडम के हाउस आव कॉमन्स के सदस्य ( एम पी) थे।

Answered by Banjeet1141
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Answer:

दादाभाई नौरोजी ब्रिटिश काल में भारत की राष्ट्रीय आय गणना का पहला प्रयास किया|

Explanation:

दादाभाई नौरोजी है दादाभाई नौरोजी , भारत का ग्रैंड ओल्ड मैन कहा जाता था |

  • उन्होंने 1876 में राष्ट्रीय आय का पहला अनुमान किया था।
  • उन्होंने पहले कृषि उत्पादन के मूल्य का आकलन करके और फिर गैर कृषि उत्पादन के रूप में एक निश्चित प्रतिशत जोड़कर राष्ट्रीय आय का अनुमान लगाया था।

राष्ट्रीय आय का अनुमान लगाने में वैज्ञानिक प्रक्रिया अपनाने वाले पहले व्यक्ति 1931 में डॉ . वी . के . आर . वी . राव थे । •• उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को दो भागों में विभाजित किया । उन्होंने कृषि क्षेत्र में राष्ट्रीय आय की गणना करने के लिए उत्पाद पद्धति और कॉर्पोरेट क्षेत्र में राष्ट्रीय आय की गणना करने के लिए आय विधि का उपयोग किया । अंत में , राष्ट्रीय आय प्राप्त करने के लिए विदेशों से अर्जित निवल आय को जोड़ा गया ।

  • पहला आधिकारिक प्रयास प्रो . पी.सी.महालनोबिस द्वारा किया गया था ।
  • भारत सरकार ने 1949 में प्रोफेसर पी . सी . महालनोबिस की अध्यक्षता में "राष्ट्रीय आय समिति " की नियुक्ति की और इसके अन्य सदस्य प्रोफेसर डी आर गड गिल और डॉ वीं के आर वीं राव थे ।

Po प्रदर्शित करता है.साल का मूल्य।

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अपवर्जी विधि के अंतर्गत

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