3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए :
(i) भूकंपीय तरंगों के संचरण का उन चट्टानों पर प्रभाव बताएँ जिनसे होकर यह तरंगें गुजरती हैं।
(ii) अंतर्वेधी आकृतियों से आप क्या समझते हैं? विभिन्न अंतर्वेधी आकृतियों का संक्षेप में वर्णन करें।
Answers
Answer with Explanation:
(i) भूकंपीय तरंगों के संचरण का उन चट्टानों पर प्रभाव जिनसे होकर यह तरंगें गुजरती हैं निम्न प्रकार से है :
P तरंगें पृथ्वी के मैंटल से गुजरते हुए अपने वेग को बदलते हैं। P तरंगों से कंपन की दिशा भूकंपीय तरंगों की दिशा के समांतर होती है। S तरंगें मैंटल पर समाप्त होती हैं। मैंटल पर भूकंप तरंगों की गति अधिक होती है। लहरें अचानक मुड़ जाती हैं और झुक जाती हैं। चट्टानें तनाव में अपनी आकृतियों को बदल देती हैं। इनमें उभार व गर्त बनते हैं
(ii) अंतर्वेधी आकृतियों :
जब लावा भूपृष्ट भाग के बीच ठंडा होता है, तो विभिन्न आकृतियों को ग्रहण करता है। इन आकृतियों को अंतर्वेधी आकृतियां कहा जाता है।
विभिन्न अंतर्वेधी आकृतियों का संक्षेप में वर्णन निम्न प्रकार से है :
(1) बैथोलिथ :
यदि मैग्मा का एक बड़ा पिंड भूपृष्ट की अधिक गहराई में ठंडा होता है, तो बड़े गुंबदों के रूप में विकसित हो जाता है। अनाच्छादन प्रक्रियाओं द्वारा ऊपरी पदार्थ के हट जाने पर ही यह सतह पर दिखाई देते हैं। वे बड़े क्षेत्रों में फैले होते हैं और कभी-कभी इन की गहराई भी कई किलोमीटर हो सकती हैं। ये पिंड ग्रेनाइट के बने हैं। बैथोलिथ मैग्मा कक्षों का ठंडा हिस्सा है।
(2) लैकोलिथ :
ये बड़े गुंबद के आकार के अंतर्वेधी चट्टानें होते हैं जो तल से समतल और नीचे से नाली जैसे पाइप द्वारा जुड़े होते हैं। इसकी आकृति सतह पर मिलने वाले मिश्रित ज्वालामुखी के गुंबद से मिलती है।
(3) लैपोलिथ , फैकोलिथ और सिल :
जब भी लावा ऊपर की ओर बढ़ता है, तो उसी समय लावा का कुछ भाग क्षैतिज दिशा में पाए जाने वाले कमजोर धरातल में चला जाता है। यह अलग-अलग रूपों में जम जाता है। यदि यह एक तश्तरी के आकार में विकसित होता है, तो इसे लैपोलिथ कहा जाता है। बहुत बार अंतर्वेधी चट्टानें की मोड़दार स्थिति में अपनति के ऊपर व अभिनति ( syncline) के आधार में लावा का जमाव पाया जाता है। ये मोड़दार चट्टाने एक निश्चित वाहक नली से मैग्मा भंडारों से जुड़ी होती हैं। इन्हें फैकोलिथ कहा जाता है।
कम मोटाई वाले जमाव को शीट कहा जाता है जबकि मोटी मोटाई वाले जमाव को सिल कहा जाता है।।
(4) डाइक :
जब लावा दरार के माध्यम से रास्ता बनाता है तो यह ज़मीन के लगभग समकोण हो जाता है। यह इसी स्थिति में ठंडा हो जाता है और दीवार की तरह संरचना विकसित करता है । ऐसी संरचनाओं को डाइक कहा जाता है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।
इस पाठ से संबंधित कुछ और प्रश्न :
बहुवैकल्पिक प्रश्न :
(i) निम्नलिखित में से कौन भूगर्भ की जानकारी का प्रत्यक्ष साधन है:
(क) भूकंपीय तरंगें (ख) गुरुत्वाकर्षण बल
(ग) ज्वालामुखी (घ) पृथ्वी का चुंबकत्व
(ii) दक्कन ट्रैप की शैल समूह किस प्रकार के ज्वालामुखी उद्गार का परिणाम है:
(क) शील्ड (ख) मिश्र । (ग) प्रवाह (घ) कुंड
(iii) निम्नलिखित में से कौन सा स्थलमंडल को वर्णित करता है?
(क) ऊपरी व निचले मैंटल (ख) भूपटल व क्रोड
(ग) भूपटल व ऊपरी मैंटल (घ) मैंटल व क्रोड
(iv) निम्न में भूकम्प तरंगें चट्टानों में संकुचन व फैलाव लाती हैं :
(क) 'P' तरंगें (ख) 'S' तरंगें
(ग) धरातलीय तरंगें (घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
https://brainly.in/question/11797762
2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए :
(i) भूगर्भीय तरंगें क्या हैं?
(ii) भूगर्भ की जानकारी के लिए प्रत्यक्ष साधनों के नाम बताइए।
(iii) भूकंपीय तरंगें छाया क्षेत्र कैसे बनाती हैं?
(iv) भूकंपीय गतिविधियों के अतिरिक्त भूगर्भ की जानकारी संबंधी अप्रत्यक्ष साधनों का संक्षेप में वर्णन करें।
https://brainly.in/question/11797764