53. 'भारत के गौरव' का वर्णन करते हुए अपने मित्र को पत्र लिखिए।
Answers
१४, अभिषेक सोसायटी,
भक्तिनगर
भावनगर
२० जान्युआरी २०१६,
प्रिय मित्र मनीषा, सप्रेम नमस्कार ।
आज सुबह सी तुम्हारा पत्र मिला | यह जानकर बहुत खुशी हुई। की तुम्हारी माताजी अब पूरी तरह स्वस्थ हो गई है।
हम दस दिन पहले कश्मीर-दर्शन के लिए गए थे | दो दिन पहले ही वहा से लौटे है। पहले हम नैनीताल गए थे। उसके बारे में जैसा सूना थी, वैसा ही पाया! उसकी परिक्रमा करने में सचमुच बड़ा माझा आया | हम नयनादेवी के दर्शन करने गए | देवी की सुन्दर मूर्ति लगी जैसे अभी बोला उठेगी |
फ़िर हम श्रीनगर गए | सचमुच सुन्दर नगर है | हमने सारा नगर घुमाकर देखा | श्रीनगर और पहलगाम भी गए और बीच केसर की क्यारियों से आ रही खुशबू ने हमें मदमस्त कर दिया । शालीमार और निशातबाड़ा में घूमते हुए हमें स्वर्ग के नंदनवन में घूमने के जैसा आनंद आया |
तुम्हारा मित्र
दिप्स पाटिल
प्रिय मित्र,
मै यहाँ कुशल हु और आशा है की तुम भी वह कुशल हो. इस पात्र के माद्यम से मैं तुम्हे हिंदी भाषा का महत्त्व बताना चाहती हु.
हिंदी भारत देश का राष्ट्रिय भाषा है. हर साल सितम्बर १४ को हिंदी दिवस मनाया जाता है. भारत देश में अत्यधिक लोग हिंदी बोलते है. अगर हम हिंदी बोल सकते है तो सारे भारत मे कही भी घूम सकते है. हिंदी सिर्फ भारत मे ही नहीं नेपाल, इंडोनेशिया, चीन इत्यादि देशो मे भी बोले जाते है. आज हिंदी अंतर्जातीय स्तर पर है. यही नहीं स्वतन्त्र उद्यम के समय सब भारतीयों को एक सूत्र में बांधने मे हिंदी का बड़ा महत्त्व था. देश के लेखको ने हिंदी के ऊपर कई गीत और रचनाएँ लिखी है जिसमे एक हैं " l " हिंदी हैं हम वतन हैं हिन्दोस्तान हमारा' 'ये शब्द देश की शान में लिखे गए हैं और हमें गर्व महसूस कराते हैं.
आशा है को तुमने हिंदी भाषा का महत्त्व जान लिया l माता पिता को मेरे प्रणाम l