आइए विचार करें
10. ज्योतिराव फुले और रामास्वामी नायकर राष्ट्रीय आंदोलन की आलोचना क्यों करते थे? क्या उनकी आलोचना से राष्ट्रीय संघर्ष में किसी तरह की मदद मिली?
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Answer with Explanation:
ज्योतिराव फुले और रामास्वामी नायकर राष्ट्रीय आंदोलन की आलोचना इसलिए करते थे क्योंकि उनको लगता था कि राष्ट्रीय आंदोलन जातीय असमानता पर आधारित है। इस आंदोलन में सभी जातियों को सामान दर्जा हासिल नहीं है।
हां, उनकी आलोचना से राष्ट्रीय संघर्ष में काफी मदद मिली।
ज्योतिराव फुले और रामास्वामी नायकर राष्ट्रीय आंदोलन के आलोचक बन गए और उन्होंने अपने अधिकारों तथा स्वाभिमान के लिए लड़ाई लड़ी और उन्हें इस लड़ाई को स्वाभिमान आंदोलन का नाम दिया। उनके इस आंदोलन के कारण कांग्रेस ने अछूतोद्धार को भी राष्ट्रीय आंदोलन में शामिल कर लिया।
आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।
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Explanation:
ज्योतिराव फुले और रामास्वामी नायकर राष्ट्रीय आंदोलन की आलोचना इसलिए करते थे क्योंकि उनको लगता था कि राष्ट्रीय आंदोलन जातीय असमानता पर आधारित है। इस आंदोलन में सभी जातियों को सामान दर्जा हासिल नहीं है।