आपका मित्र अनिल बीमारी के कारण परीक्षा नहीं दे पाया ,इससे वह निराश है उसका होंसला बढ़एते होआ पत्र
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प्रिये मित्र ,
मै जानता हूँ , तुम्हारा अभी तबियत ख़राब है , ये सुनके हमें दुःख का अनुभव हुआ की तुम्हारा इम्तिहान छूट गयी , तुम चिंता मत करो , भगवन पर भरोशा रखो वो कहते है न की जो होता है अच्छा होता है सैयद तुम्हारे किस्मत में इससे अच्छा लिखा हो बस तुम कभी हार मत मानना बस निरंतर आपने पथ पर चलते रहना तुम्हे तुम्हारी मंजिल जरूर मिलेंगी , अगर तुम पुरे दिढ़ निसचय कर लो तो पुरे कायनात उसे पाने में तुम्हारी मदद करती है ।
Best of luck ...... !!!
तुम्हारा मित्र ...
मोहन ।
मै जानता हूँ , तुम्हारा अभी तबियत ख़राब है , ये सुनके हमें दुःख का अनुभव हुआ की तुम्हारा इम्तिहान छूट गयी , तुम चिंता मत करो , भगवन पर भरोशा रखो वो कहते है न की जो होता है अच्छा होता है सैयद तुम्हारे किस्मत में इससे अच्छा लिखा हो बस तुम कभी हार मत मानना बस निरंतर आपने पथ पर चलते रहना तुम्हे तुम्हारी मंजिल जरूर मिलेंगी , अगर तुम पुरे दिढ़ निसचय कर लो तो पुरे कायनात उसे पाने में तुम्हारी मदद करती है ।
Best of luck ...... !!!
तुम्हारा मित्र ...
मोहन ।
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Answer:
मित्र का नाम, पता
दिनां
प्रिय सखी \ मित्र
सप्रेम नमस्कार !
तुम्हारा पत्र मिला | मै यहां सकोशल हो। आशा है कि तुम और तुम्हरा परिवार स्कोशल होंगे।
जानकर दुःख हुआ कि तुम इस बार बीमार होने के कारण परीक्षा नहीं दे पाए \ पाई | मैं जानता \ जानती हूँ कि तुम बहुत निराश हो | मैं तुम्हें यह समझाना चाहता \ चाहती हूँ कि तुम्हें इस तरह दुखी नहीं होना चाहिए | तुम एक होनहार विद्यार्थी हो | इस तरह उदास हो जाना तुम्हें शोभा नहीं देता | अगली बार फिर परीक्षा होगी | जमकर मेहनत करना | मैं जानती हूँ कि तुम अवश्य प्रथम आओगे \ आओगी | अपना ध्यान रखना | अंकल – आंटी को मेरा प्रणाम कहना |
तुम्हारा मित्र \ तुम्हारी सखी ,
तुम्हरा नाम
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