आपके विचार में चंपा ने ऐसा क्यों कहा होगा कि मैं तो नहीं पढूँगी?
Answers
Answered by
11
प्रशन :- आपके विचार में चंपा ने ऐसा क्यों कहा होगा कि मैं तो नहीं पढूँगी?
उत्तर :- मेरे विचार से चंपा के मन में यह भाव छिपा है कि पढ़-लिखकर लोग धन कमाने के लिए अपने परिवार से दूर चले जाते हैं, जिस कारण घर टूट जाते हैं और परिवार को बिछडने की वेदना को सहन करना पड़ता है। शायद इसी कारण चंपा ने ऐसा कहा होगा कि मैं तो नहीं पढूँगी।
Answered by
3
मेरे अनुसार चंपा के मन में यह भाव छिपा है कि पढ़ लिखकर लोग धन कमाने के लिए अपने परिवार से दूर चले जाते हैं, जिसके परिणाम स्वरूप घर टूट जाते हैं और परिवार को विछोह की वेदना को सहन करना पड़ता है। वह मानती है कि पढ़ने लिखने वाले लोग शशक व्यवस्था का अंग बन जाते हैं क्योंकि वह पढ़ाई लिखाई का महत्व नहीं जानती अत: इस कारण चंपा ने ऐसा कहा होगा कि मैं तो नहीं पढूंगी।
Similar questions