an essay on jilon ko surakshit rakhne ke upay in Hindi
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कोरोना वायरस से सुरक्षित रहने का सबसे कारगर उपाय स्वच्छता व सामाजिक दूरी है, जिसके चलते इस महामारी की रोकथाम करना काफी हद तक संभव है। कोरोना संक्रमण के दौर में सजगता को संक्रमण से बचाव हेतु मुख्य ढाल बनातेy
हुए जिला प्रशासन कुल्लू ने राज्य सरकार के सभी निर्देशों को व्यवहारिक रूप देने के सफल प्रयास किए हैं, जिसके चलते पर्यटन स्थल होने, बाहरी प्रदेशों के मजदूरों के भारी संख्या में आने तथा अन्य जिलों के लोगों की भारी आवाजाही होने के बावजूद जिला में काफी हद तक कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण पाया गया है। जिला कुल्लू के विभिन्न जिलों की सीमाओं के साथ लगभग नौ प्रवेश स्थानों से जुड़ा है। जिला के बाहर से यहां लोगों की बहुतायत आवाजाही होने के कारण सामाजिक दूरी और सेनिटाइजेशन पर जिला प्रशासन द्वारा विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है।
प्रवेशद्वार पर कोविड-19 सुरक्षा कवच स्थापित करने वाला कुल्लू पहला जिला
प्रवेशद्वार पर कोविड-19 सुरक्षा कवच स्थापित करने वाला कुल्लू पहला जिलाकुल्लू जिला के मुख्य प्रवेशद्वार बजौरा में बाहर से आने वाले किसी भी संभावित कोरोना संक्रमित व्यक्ति का पता लगाने के लिए कोविड-19 सुरक्षा कवच की स्थापना की गई और ऐसा कवच स्थापित करने वाला कुल्लू प्रदेश का पहला जिला बना है। सुरक्षा कवच के तहत दो पारदर्शी कैबिन बनाए गए हैं, एक कैबिन में पुलिस द्वारा जिला के बाहर से आने तथा जिला से बाहर जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति का पूर्ण ब्यौरा रिकॉर्ड करने तथा दूसरे कैबिन में स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों द्वारा कैबिन के अंदर से ही सभी सुरक्षा उपकरणों के साथ चालकों व यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। यात्रा का ब्यौरा दर्ज करने तथा थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही लोगों को जिला में प्रवेश करने या क्वारन्टीन पर भेजने का निर्णय लिया जा रहा है, जबकि बाहरी राज्यों से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को तथा रेड जोन से आने वाले व्यक्तियों को संस्थागत क्वारन्टीन केंद्र में भेजा जा रहा है।