अत्याचार सहना भी एक प्रकार की कायरता है । पर अनुच्छेद लिखो । Please someone tell me the answer fast.
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Satta Charitra Jakarta Hoti Hai Ishq Hai theek Agar Madhya Chocos Rehti Hai Tu
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अत्याचार सहना भी एक प्रकार की कायरता है।
अन्याय और अत्याचार करना उसे सहना तो पाप ही है, दूसरी तरफ़ अत्याचार होते देखना और सहना उसकी उपेक्षा कर देना भी एक पाप है। मनुष्य का कर्तव्य है की वह अपने सामने और अपने उपर हो रहे अत्याचार का विरोध करें। हमें नहीं तो अत्याचार करना चाहिए ना ही तो सहना चाहिए। कोई किसी के उपर अत्याचार करता है तो हमें चुप नहीं रहना चाहिए उसका विरोध करना चाहिए। अगर हम चुप–चाप सब कुछ सह जाते है तो हम कायर कहलाते है।
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