'बाबू साहब की मैंने इतनी सेवा की, पर दुख में उन्होंने साथ नहीं दिया।'
(क) बाबू साहब कौन थे? उनका परिचय दीजिए।
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'बाबू साहब की मैंने इतनी सेवा की, पर दुख में उन्होंने साथ नहीं दिया।'
(क) बाबू साहब कौन थे? उनका परिचय दीजिए।
बाबू साहब बाबू जगतसिंह है। वे पेशे से इंजीनियर हैं। उनकी अपने शहर में अच्छी खासी प्रतिष्ठा और नाम था। लेकिन उनका स्वभाव क्रूरता से भरा हुआ है, वो अपने घरेलू नौकरो और गरीबों के प्रति निर्दयी हैं। उन्होने अपने वफादार नौकर रमजान का संकट की घड़ी में साथ नही दिया और उसके साथ निर्दयता वाला व्यवहार किया।
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