Social Sciences, asked by pratappatil03067, 1 month ago

भारत के राष्ट्रपति की शक्तियां और कार्य क्या है संविधान द्वारा इतनी अधिक शक्तियां देने के बावजूद यह क्यों कहा जाता है कि राष्ट्रपति शासन नहीं करता अपितु राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करता है​

Answers

Answered by WildCat7083
11

भारत के राष्ट्रपति की शक्तियां और कार्य

(i) वह प्रधानमंत्री की नियुक्ति करता है, हालांकि उसे बहुमत दल के नेता को पीएम के रूप में नियुक्त करना है।

(ii) सभी सरकारी गतिविधियाँ राष्ट्रपति के नाम पर होती हैं।

(iii) सरकार के सभी कानून और प्रमुख नीतिगत निर्णय उसके नाम पर जारी किए जाते हैं।

(iv) सभी प्रमुख नियुक्तियाँ राष्ट्रपति के नाम पर की जाती हैं। इनमें भारत के मुख्य न्यायाधीश, उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश और उच्च न्यायालय, चुनाव आयोग की नियुक्ति शामिल हैं|

(v) सभी अंतर्राष्ट्रीय संधियाँ और समझौते राष्ट्रपति के नाम पर किए जाते हैं।

(vi) संसद द्वारा पारित एक विधेयक कानून बनने के बाद ही राष्ट्रपति उसे स्वीकृति देता है|

संविधान द्वारा इतनी अधिक शक्तियां देने के बावजूद यह क्यों कहा जाता है कि राष्ट्रपति शासन नहीं करता अपितु राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करता है

यदि संसद उस मुद्दे पर पुनर्विचार के अनुरोध के साथ संसद में वापस आ सकती है, तो राष्ट्रपति असहमत हैं तो संसद द्वारा स्वीकृत बिलों को उनकी मंजूरी के लिए राष्ट्रपति को मंजूरी दी जाती है। लेकिन अगर संसद इसे वापस राष्ट्रपति के पास भेजती है तो वह इसके लिए स्वीकृति देने के लिए बाध्य है।

सभी वित्तीय गद्दे और नीति निर्माता मंत्री परिषद के विचार के तहत आते हैं, उन मीटरों में हस्तक्षेप नहीं कर सकते हैं। राष्ट्रपति के पास संयुक्त सदन को संबोधित करने और मंत्रिपरिषद के पहिये के अनुसार भाषण देने की शक्ति होती है। राष्ट्र और संसद के सभी पते जो मैंने मंत्री और राष्ट्रपति द्वारा तय किए थे, उन्हें संबोधित करना चाहिए। इसलिए मंत्रिपरिषद भारत के राष्ट्रपति की तुलना में अधिक शक्तिशाली है।

 \sf \: @WildCat7083

Similar questions