Political Science, asked by roymg121, 10 months ago

भारतीय राज्य व्यवस्था में जाति व्यवस्था प्रभाव पर चर्चा करें

Answers

Answered by priyankasaini4041
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Answer:

During the freedom struggle, it seemed that the effect of casteism on the people was decreasing, but after independence, casteism again gained momentum and as a result of the busy adult franchise system being implemented in the country, it became a political power Originated in the form. Although caste influence on politics had started from the time of the implementation of representative system, but this effect was Nagaranya only. For this, British rule, national movement and committee suffrage from successor. The attainment of independence eliminated the first two reasons and the adult suffrage system adopted in the new constitution was the third. As a result, there was an unprecedented increase in the sphere of influence of the nations. Initially, the upper and best castes were affected by politics from the social or economic point of view and political gains should be limited to them.Along with the problem, the middle and lower castes started coming forward and tried to increase their political influence.

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Answered by bhatiamona
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भारतीय राज्य व्यवस्था में जाती व्यवस्था के प्रभाव :

देश के सामाजिक और राजनीतिक व्यवस्था पर जाति व्यवस्था का प्रभाव पड़ता है| भारत में और बहुत से सामाजिक बुराइयाँ है, जो चली आ रही ही , जाती व्यवस्था उन में से एक जो आज तक चलती आ रही है|भारतीय राज्य व्यवस्था में जाती व्यवस्था के प्रभाव प्राचीन समय से आज तक चलती आ रही है|  जाती व्यवस्था के कारण ही भारतीय समाज आज पिछड़ा हुआ है|

भारतीय समाज में लोगों के द्वारा ही जाती व्यवस्था बनाई गई है| जाती व्यवस्था में जाती को

चार श्रेणियों - ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र - में बाँटा गया है|

ब्राह्मण जाती में  पुजारी, शिक्षक एवं विद्वान लोगों को रखा गया है , क्षत्रिय जाती में शासक एवं योद्धा  के लोग आते है ,वैश्य जाती में किसान, व्यापारी  के लोग आते है|  शूद्र जाती में मजदूर के लोग आते है|

गाँव में तो आज के समय भी इन लोगों के घर कोई नहीं आता है और न ही इनके घर कोई पानी तक नहीं पीते है| इन लोगों को मंदिर और कुएँ में भी नहीं जाने दिया जाता है| इस प्रकार का व्यवहार बहुत गलत और इसी कारण हमारा समाज पिछड़ा हुआ है| यह जाती व्यवस्था जब तक खत्म नहीं होगा |

भारतीय राज्य में बड़ी जाती वालो को अच्छा समझा जाता और छोटी जाती वाले लोगों को हर जगह अपमानित किया जाता है | उनके साथ भेद-भाव का व्यवहार किया जाता है| किसी भी क्षेत्र में उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया जाता है|

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