भारतीय संदर्भ में सत्ता की हिस्सेदारी का एक उदाहरण देते हुए इसका एक युक्तिपरक और एक नैतिक कारण बताइए।
Answers
भारतीय संदर्भ में सत्ता की हिस्सेदारी का उदाहरण सहित युक्तिपरक और नैतिक कारण निम्नलिखत हैं
Explanation:
भारतीय सन्दर्भ में सत्ता की हिस्सेदारी में युक्तिपरक कारण समझदारी या तर्क के सिद्धांत पर कार्य करता है जबकि नैतिक तत्व सत्ता के बंटवारे के महत्व को बतलाता है।
युक्तिपरक कारण :
भारत के एक लोकतान्त्रिक देश होने के कारण सत्ता का बंटवारा सामाजिक समूहों के बीच टकराव को कम करता है। भाषा, क्षेत्र, लिंग, धर्म आदि अनेक सामाजिक समूह भारत में बांटे जा सकते हैं। अतः सामाजिक तथा राजनीतिक संघर्ष की रोकथाम के लिए सामाजिक समूहों के बीच सत्ता की भागीदारी लाभकारी है। इसे सत्ता की भागीदारी का बौद्धिक दृष्टिकोण कहा जा सकता है।
नैतिक कारण :
लोकतंत्र में वह सरकार वैधानिक होती है जिसमे सभी लोग व्यवस्था से जुड़े होते हैं। सरकार लोकतंत्र को उदारवादी बनाने के लिए विभिन्न स्तरों पर पप्रयत्न करती है। क़ानून इस प्रकार बनाये जाते हैं जिससे किसी की भी धार्मिक आस्था को ठेस न पहुंचे। प्राचीन वर्गों को राजनीतिक अधिकारों से वंचित रखा जाता था इसलिए उन्हें इन प्रक्रियाओं में भाग लेने का पूरा अवसर मिलना चाहिए। सत्ता की भागीदारी का यह दृष्टिकोण नैतिक दृष्टिकोण कहलाता है।