भक्ति विमुख जय धर्म सो सब अधर्म करी गई किस कवि ने कहा है
Answers
Answered by
1
¿ भक्ति विमुख जय धर्म सो सब अधर्म करी गई किस कवि ने कहा है ?
✎... ‘भक्ति विमुख जय धर्म सो सब अधर्म करी गई’ यह बात कबीर ने कही है।
कबीर कहते हैं कि भक्ति से विमुख जितने भी धर्म है, अतः वे धर्म जो ईश्वर की सच्ची भक्ति से विमुख करते हैं, वह वास्तव में धर्म नहीं हैं, वह अधर्म हैं। ईश्वर की सच्ची आराधना करना ही सच्चा धर्म है, उसके अतिरिक्त सब व्यर्थ है।
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○
Answered by
0
Answer:
answer
Explanation:
56 56 kavit adhinayak
Similar questions
Physics,
1 month ago
Math,
1 month ago
Computer Science,
3 months ago
Computer Science,
3 months ago
Math,
9 months ago
Chemistry,
9 months ago