Bhavarth likhiye.
Answer me as brainleast.
Attachments:
Answers
Answered by
1
Answer:
इसका भावार्थ है कि "यह कहना चाहते कि आदमी जब बोल पड़ते है तो कोई उनके सामने टिक नहीं पाता चाहे वह पर्वत हो या पत्थर , पहाड़ भी गिर टूट जाते है और पत्थर भी पानी पानी हो जाता है
Explanation:
pls mark meas brainliest
Similar questions