बसंत ऋतु पर कविता। Hindi poem on vasant
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Answer:वसंत ऋतु पर निबंध 1 (100 शब्द)
Explanation:
वसन्त ऋतु का हम सभी को आनंद देने वाला होता है।
भारत में वसन्त ऋतु मार्च,
अप्रैल और मई के महीने में आती है।
यह सर्दियों के तीन महीनों के लम्बे समय के बाद आती है,
जिसमें लोगों को सर्दी और ठंड से राहत मिलती है।
वसन्त ऋतु में तापमान में नमी आ जाती है और सभी जगह हरे-भरे पेड़ों और फूलों के कारण चारों तरफ हरियाली और रंगीन दिखाई देता है। वसंत ऋतु के आगमन पर सब लोग वसंत पंचमी का त्यौहार मना खुशियाँ मनाते हैं।
वसंत के आने पर सर्दियों का अंत होता है और सब जगह खुशहाली छा जाती है।
एक लम्बे इंतजार के बाद वह समय आता है, जब हम हल्के कपड़े पहनना शुरु करते हैं और प्रायः कभी भी घर से बाहर जा सकते हैं।
छोटे बच्चे पतंग उड़ाते हैं। इस मौसम की शुरुआत में होली का त्योहार आता है,
जब सभी रंगों और पानी के साथ होली खेलने के द्वारा इस मौसम का आनंद लेते हैं।
Answer:
आई बसंत
हर जुबा पे है छाई ये कहानी।
आई बसंत की ये ऋतू मस्तानी।।
दिल को छू जाये मस्त झोका पवन का।
मीठी धूप में निखर जाए रंग बदन का।।
गाये बुजुर्गो की टोली जुबानी।
आई बसंत की ये ऋतू मस्तानी।।
झूमें पंछी कोयल गाये।
सूरज की किरणे हँसती जमी नहलाये।।
लागे दोनों पहर की समां रूहानी।
आई बसंत की ये ऋतू मस्तानी।।
टिमटिमायें ख़ुशी से रातों में तारे।
पिली फसलों को नहलाये दूधिया उजाले।।
गाते जाए सब डगर पुरानी।
आई बसंत की ये ऋतू मस्तानी।।
– उत्पल पाठक
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