छायावादी काव्य की किन्ही दो विशेषताओं का उल्लेख कीजिए
Answers
Explanation:
विषय-तालिका
१. व्यक्तिवाद की प्रधानता -
२. प्रकृति चित्रण -
३. नारी के सौन्दर्य का चित्रण -
४. प्रेम चित्रण -
५. रहस्यवाद -
६. लाक्षणिकता -
७. छंद विधान -
८. अलंकार विधान -
छायावादी कवियों की दृष्टि में
ध्वन्यात्मकता, लाक्षणिकता, सौंदर्य, प्रकृति-विधान तथा उपचार वक्रता के साथ स्वानुभूति की विवृत्ति छायावाद की विशेषताएँ हैं।" सुमित्रानंदन पंत छायावाद को पाश्चात्य साहित्य के रोमांटिसिज्म से प्रभावित मानते हैं।
Answer:
1. आत्माभिव्यक्ति
2. प्रकृति प्रेम
Explanation:
1. आत्माभिव्यक्ति
छायावाद में सभी कवियों ने अपने अनुभव को मेरा अनुभव कहकर अभिव्यक्त किया है। इस मैं शैली के पीछे आधुनिक युवक की स्वयं को अभिव्यक्त करने की सामाजिक स्वतंत्रता की आकांक्षा है।
2. प्रकृति प्रेम
छायावाद के प्रकृतिप्रेम की पहली विशेषता है कि वे प्रकृति के भीतर नारी का रूप देखते हैं, उसकी छवि में किसी प्रेयसी के सौंदर्य-वैभव का साक्षात्कार करते हैं। प्रकृति की चाल-ढाल में किसी नवयौवना की चेष्टाओं का प्रतिबिंब देखते हैं। उसके पत्ते के मर्मर में किसी बाला-किशोरी का मधुर आलाप सुनते हैं। प्रकृति में चेतना का आरोपण सर्व प्रथम छायावादी कवियों ने ही किया है।