छत्तीसगढ़ में सिंचाई व्यवस्था न होती, तो कृषि पर क्या प्रभाव पड़ता? लिखिए
(कोई पाँच)।
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Answers
Answer:
chhatisgarh mein sichae ki vyavastha na hoti to chattisgarh kabhi bi dhaan ka katora nhi bana pata
Answer:
छत्तीसगढ़ मे अगर सिंचाई व्यवस्था न होती तो वहां के किसानों को बारिश की सहारा लेनी पड़ती – ऐसे ने हम सभी जानते है कभी बारिश जरूरत से ज्यादा होती है तो कभी होती ही नहीं – ऐसे मे अगर सिंचाई सुविधा नहीं होती तो कृषि पर बहोत बुरा असर पड़ता और किसना अपने लागत का मुनाफा नहीं कमा पाते! ऐसे मे सर्कार द्वारा यह विकास का काम सराहनीय है!
छत्तीसगढ़ में शुद्ध सिंचित क्षेत्र का लगभग 72% क्षेत्र नहरों द्वारा सिंचित किया जारहा है. राज्य के मैदानी भाग के लगभग सभी जिलों में सिंचाई का प्रमुख साधन नहरे हैं. नहर से सर्वाधिक सिंचाई बिलासपुर में होती है. बिलासपुर के अतिरिक्त धमतरी, रायपुर व दुर्ग में भी नहरों द्वारा सिंचाई होती है.
Explanation:
आर्थिक सर्वेक्षण 2017 -18 के अनुसार 36 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की क्षमता सृजित है जहाँ पे 8 वृहद्, 35 मध्यम तथा 2457 लघु सिंचाई योजना निर्मित है.
वर्ष 2000 में राज्य के गठन के समय 3 वृहद्, 29 मध्यम एवं 1945 लघु सिंचाई योजनाओ के द्वारा 13 .28 लाख हेक्टेयर सिंचाई क्षमता सृजित थी.
राज्य का सर्वाधिक सिंचित जिला जांजगीर-चांपा व रायपुर है जबकि न्यूनतम सिंचित जिले नारायणपुर एवं दंतेवाड़ा है. सिंचाई की न्यूनतम सुविधा के स्तर पर दंतेवाड़ा जिला आता है.
नहर
छत्तीसगढ़ में शुद्ध सिंचित क्षेत्र का लगभग 72% क्षेत्र नहरों द्वारा सिंचित किया जारहा है.
राज्य के मैदानी भाग के लगभग सभी जिलों में सिंचाई का प्रमुख साधन नहरे हैं. नहर से सर्वाधिक सिंचाई बिलासपुर में होती है.
बिलासपुर के अतिरिक्त धमतरी, रायपुर व दुर्ग में भी नहरों द्वारा सिंचाई होती है.
तालाब
छत्तीसगढ़ के मात्र 4.8% क्षेत्र पर तालाबों से सिंचाई की जाती है, प्राचीन काल से ही यहाँ तालाबों से सिंचाई की जाती है.
इससे सर्वाधिक सिंचाई बस्तर संभाग में होती है. सर्वाधिक सिंचाई जशपुर जिले मैं होती है.
कुंआ
छत्तीसगढ़ में 3.4% क्षेत्र की सिंचाई कुंओ द्वारा होती है. राज्य में कुल 22,296 हेक्टेयर क्षेत्र पर कुंओ द्वारा सिंचाई की जाती है.
इससे सर्वाधिक सिंचाई दंडकारण्य क्षेत्रो में तथा दंतेवाड़ा जिले में होती है.
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