computer ki upyogita par nibandh lekhan Hindi me
Answers
Explanation:
आज हमारा देश या यूं कहें आज का युग तकनीकी और वैज्ञानिक युग है आज तकनिकी अविष्कारों में कंप्यूटर भी वैज्ञानिकों की देन है जो कि एक सर्वशक्तिमान सुपरमैन की तरह है परंतु यह केवल एक स्वचालित इलेक्ट्रॉनिक मशीन है। उसका प्रयोग संस्थानों तथा उद्योग-धंधों, कार्यालय हर क्षेत्र में इसका प्रयोग विशाल रूप में किया जा रहा है कंप्यूटर सूचना एकत्रित करने के साथ ही निष्कर्ष निकालने का कार्य भी करता है इसलिए यह बहुत ही लाभकारी तथा मार्गदर्शक सिद्ध हो रहा है .यह एक प्रकार से मानव के मस्तिक से जन्म लिया मानव मस्तिष्क ही है। जिसने कंप्यूटर का रुप लिया है।
कंप्यूटर क्या है:– कंप्यूटर एक प्रकार से यांत्रिक मस्तिष्क या यूं कहें इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है कंप्यूटर शब्द लैटिन शब्द से लिया गया है इसका अर्थ होता है गणना करना ,कंप्यूटर बहुत कम समय में गणना करके हमारे आंखों के सामने इसकी गणना निकाल देता है।
कंप्यूटर का इतिहास:- सबसे पहले 1000 ई.पू. जापान में एबेकस नामक यंत्र तैयार किया गया था इसके माध्यम से गणित के प्रश्नों का हल किया जाता था और फिर फ्रांस के ब्लेन पैस्कल ने 1673.इसवी .में कंप्यूटर को बनाकर तैयार किया। परंतु आधुनिक कंप्यूटर का आविष्कार का श्रेय इंग्लैंड के चार्ल्स बैबेज को जाता है 1833 में उन्होंने इसे बनाया था। इसकी लोकप्रियता को देखकर भारत सरकार ने 1965 में इसका आयात किया 1985 में निजी कंप्यूटर आया फिर 1986 में आधे मूल्य में इसका आयत किया अब इसका प्रयोग शिक्षा के क्षेत्र में विशाल रूप से किया जाता है। अब व्यक्ति खुद कंप्यूटर पर गणना करके समस्याओं का निपटारा कर लेता है।
Answer:
विज्ञान और तकनीक की अद्भुत खोजों ने मनुष्य के जीवन में एक क्रांति ला दी है। आज का युग विज्ञान का युग है । कंप्यूटर मनुष्य की इन्हीं अद्भुत खोजों में से एक है जिसने मानव जीवन को लगभग सभी क्षेत्रों में प्रभावित किया है ।
आज के युग को यदि हम कंप्यूटर का युग कहें तो अतिशयोक्ति नहीं होगी । शिक्षा मनोरंजन, चिकित्सा, यातायात, संचार आदि सभी क्षेत्रों में कंप्यूटर ने अपनी उपयोगिता सिद्ध की है । शिक्षा के क्षेत्र में कंप्यूटर अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं । विद्यालयों में धीरे-धीरे कंप्यूटर विषय अनिवार्य हो रहा है । छोटे शहरों एवं महानगरों में कंप्यूटर की शिक्षा प्रदान करने वाले स्कूलों, शिक्षण संस्थानों आदि की बढ़ती संख्या कंप्यूटर की लोकप्रियता का साक्षात प्रमाण है ।
कंप्यूटर के माध्यम से पठन-पाठन का स्तर भी अच्छा हुआ है । आजकल अनेक ऐसे विद्यालय खोले जा रहे हैं जहाँ इंटरनेट के माध्यम से व्यक्ति घर बैठे ज्ञान प्राप्त कर सकता है । प्रबंधन, कानून व रिसर्च में संलग्न विद्यार्थियों के लिए कंप्यूटर एक वरदान सिद्ध हो रहा है । पुस्तकों के प्रकाशन में भी कंप्यूटरों की अनिवार्य भूमिका हो गई है ।
कार्यालयों में कंप्यूटर के माध्यम से कार्य करना अत्यंत सहज एवं सरल हो गया है। अब कार्यालय संबंधी सभी महत्वपूर्ण आंकडों व तथ्यों को ‘फाइल’ में सुरक्षित रखा जाता है जिससे समय की काफी बचत होती है । अनेक कार्य जिनमें कई व्यक्तियों की आवश्यकता होती थी अब वही कार्य एक कंप्यूटर के माध्यम से बहुत कम समय में ही संपन्न हो जाता है ।
यही कारण है कि अब प्रत्येक सरकारी तथा गैर-सरकारी कार्यालयों में कंप्यूटर का उपयोग अनिवार्य हो गया है । सभी व्यापारिक सूचनाएँ इसमें दर्ज होती हैं जिससे व्यापार करना सरल हो गया है ।
कंप्यूटर के द्वारा संचार के क्षेत्र में एक क्रांति सी आ गई है । ‘ई-मेल’ के माध्यम से हजारों मील बैठे अपने संबंधी अथवा मित्र से लोग बहुत ही कम खर्च तथा समय से अपने संदेश भेज सकते हैं तथा ग्रहण कर सकते हैं । ‘इंटरनेट’ के माध्यम से मनुष्य हर प्रकार की जानकारी का आदान-प्रदान विश्व के किसी भी कोने से करने में सक्षम है । वास्तविक रूप में इंटरनेट का विस्तार असीमित है ।
अत: इसे हम एक विशिष्ट दुनिया के रूप में देख सकते हैं । यह न केवल सूचनाओं के आदान-प्रदान को संभव बनाता है अपितु व्यक्ति को उसके निजी समय या अवकाश के अनुसार किसी भी नवीनतम जानकारी को हासिल करने का स्वर्णिम अवसर प्रदान करता है ।
यातायात के क्षेत्र में भी कंप्यूटर की विशेष उपयोगिता है । हवाई मार्गों का निर्धारण एवं नियंत्रण, महानगरों की ‘रेड लाइट सिग्नल’ प्रणाली आदि कंप्यूटर की ही देन है । इसके अतिरिक्त अंतरिक्ष अनुसंधान, मौसम संबंधी जानकारी, मुद्रण आदि में कंप्यूटर का विशेष योगदान है ।