Explain the three musical works namely, sangeet markrand, sangeet ratnaker and sangeet parijat.
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उत्तर:
1. संगीता-रत्नाकर, सगीरत्नाकर, शाब्दिक रूप से "संगीत और नृत्य का महासागर", भारत के सबसे महत्वपूर्ण संस्कृत संगीत ग्रंथों में से एक है। 13 वीं शताब्दी में (शार्गदेव) द्वारा रचित, हिंदुस्तानी संगीत और भारतीय शास्त्रीय संगीत की कर्नाटक संगीत परंपरा दोनों इसे एक निश्चित पाठ के रूप में मानते हैं। लेखक यादव वंश के राजा सिंघाना II (1210–1247) के दरबार का एक हिस्सा था जिसकी राजधानी देवगिरी, महाराष्ट्र थी।
2.संगीत पारिजात संगीत का एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ है जिसकी रचना पण्डित अहोबल {{अहोबल}} ने 17वीं शताब्दी में की थी। दीनानाथ मिश्र जी ने फ़ारसी भाष में इसका अनुवाद किया। यह पुस्तक 1650 ई0 में लिखी गई। इसमें सबसे पहले वीणा के तार पर बारह स्वरों की स्थापना की गई।
लोचन के गृामों का अध्ययन करके इसकी रचना की। इसमें 122 रागों का वर्णन है।
3.संगीत मकारंड
13 वीं शताब्दी में (शार्गदेव) द्वारा रचित, हिंदुस्तानी संगीत और भारतीय शास्त्रीय संगीत की कर्नाटक संगीत परंपरा दोनों इसे एक निश्चित पाठ मानते हैं। लेखक यादव वंश के राजा सिंघाना II (1210-1247) के दरबार का एक हिस्सा था, जिसकी राजधानी देवगिरी, महाराष्ट्र थी।