फरमान मुगलिया ठुकराकर,
किसने निज शीश कटाया था ?
Answers
Answer:
Maharana pratap or prithviraj chouhaan
फरमान मुगलिया ठुकरा कर,
गुरु तेग बहादुर ने निजी शीश कटाया था
Explanation:
गुरु तेग बहादुर सिखों के नौवें गुरु थे। जिनका नाम विश्व के इतिहास में अपने धर्म सिद्धांतों की रक्षा के लिए अपने प्राण की आहुति देने वालों में गिना जाता है। गुरु तेग बहादुर ने हिंदुओं और हिंदू धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।
गुरु तेग बहादुर जो कि सिखों के नौवें गुरु थे, उनको औरंगजेब ने इस्लाम धर्म कबूल करने के लिए अपना फरमान सुनाया था। लेकिन गुरु तेग बहादुर ने औरंगजेब के फरमान को ठुकरा दिया। उन्होंने औरंगजेब द्वारा हिंदुओं को जबरदस्ती मुसलमान बनाने का विरोध किया था और औरंगजेब द्वारा उनको इस्लाम कबूल करने को भी मना कर दिया। उन्होंने कहा कि वह अपना शीश तो कटा सकते हैं, लेकिन अपना शीश झुका नहीं सकते और इस्लाम कबूल नहीं करेंगे। तब औरंगजेब में 1675 में दिल्ली के चांदनी चौक में उनका सिर कटवा दिया। जहां पर उनकी स्मृति में शीश गंज गुरुद्वारा है और दिल्ली में जहां पर उनका दाह संस्कार हुआ वहां पर रकाबगंज गुरुद्वारा है।