गीतिका छंद की परिभाषा लिखकर उदाहरण द्वारा समझाइए।
Answers
Answered by
91
Answer:
गीतिका छन्द एक मात्रिक छन्द है। इसके चार चरण होते है। प्रत्येक चरण में १४ और १२ यति से २६ मात्राएँ होती है। अन्त में क्रमशः लघु-गुरु होता है।
गीतिका चार पदों का एक सम-मात्रिक छंद है. प्रति पंक्ति 26 मात्राएँ होती हैं तथा प्रत्येक पद 14-12 अथवा 12-14 मात्राओं की यति के अनुसार होते हैं. ... ऐसे कई उदाहरण मिलेंगे जिनमें तीसरी तथा चौबीसवीं मात्राएँ लघु हों भी तो दसवीं और या सतरहवीं मात्राएँ लघु न हो कर पूर्ववर्ती अक्षर में समाहित हो कर गुरु हो गयी हैं.
Hope it will help you.
Answered by
3
gatika chhand ki paribhasha likhkar udaharad dwara samjhaiye
Similar questions