Hindi, asked by kabita5585, 6 months ago

घर में किस अवसर पर दादी मां के उत्साह और आनंद का ठिकाना नहीं था?
pls answer it correctly
class 7

Answers

Answered by Braɪnlyємρєяσя
5

Explanation:

दादी माँ उसी बुखार को लेकर बहुत चिंतित हो गयी थी। दिन भर वह चारपाई के पास बैठी रहती ,पंखा झलती ,सर पर दाल चीनी रखती ,बीसों बार सर पर हाथ रखती। ... किशन भैया की शादी के मौके पर ,दादी के उत्साह और आनंद का ठिकाना नहीं था।

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