Give me an essay on aaj ki shiksha pranali
Answers
Answered by
4
आज के शिक्षा प्रणाली में भारत में पहले की तुलना में बहुत सुधार आया है। २-३ साल के बच्चों को प्रि-प्राइमरी शिक्षा के अंतर्गत रखने की प्रक्रिया शुरू की गई है ताकि प्राइमरी स्कूलों में जब वह प्रवेश ले तो सब कुछ जानकर ही प्रवेश ले।
प्राइमरी स्कूल में प्रवेश लेने की उम्र सीमा पहले उतनी नहीं थी। लेकिन अब ४-६ वर्ष निर्धारित की गई है।
कालेज में आते-आते बच्चे १८ साल के हो ही जाते हैं।इसलिए इसमें ३ साल की पढ़ाई रखी जाती है।
भारत में डिस्टेंस शिक्षा प्रणाली भी उपलब्ध है परंतु कालेज लेवल काफी डिस्टेंस ज्यादा विकसित है क्योंकि बहुत लोग स्कूल के बाद काम करते हुए पढ़ाई करते हैं तो कुछ कालेज का ग्रेजुएशन करने के बाद काम करते हुए अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ाते हैं।
स्कूल का डिस्टेंस उनके लिए होता है जो शारीरिक रूप से कमजोर होते हैं।
भारत में डिस्टेंस शिक्षा प्रणाली में Ignou को बहुत मान्यता प्राप्त है जो पूरे भारत के हर कोने में मौजूद हैं।
प्राइमरी स्कूल में प्रवेश लेने की उम्र सीमा पहले उतनी नहीं थी। लेकिन अब ४-६ वर्ष निर्धारित की गई है।
कालेज में आते-आते बच्चे १८ साल के हो ही जाते हैं।इसलिए इसमें ३ साल की पढ़ाई रखी जाती है।
भारत में डिस्टेंस शिक्षा प्रणाली भी उपलब्ध है परंतु कालेज लेवल काफी डिस्टेंस ज्यादा विकसित है क्योंकि बहुत लोग स्कूल के बाद काम करते हुए पढ़ाई करते हैं तो कुछ कालेज का ग्रेजुएशन करने के बाद काम करते हुए अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ाते हैं।
स्कूल का डिस्टेंस उनके लिए होता है जो शारीरिक रूप से कमजोर होते हैं।
भारत में डिस्टेंस शिक्षा प्रणाली में Ignou को बहुत मान्यता प्राप्त है जो पूरे भारत के हर कोने में मौजूद हैं।
Similar questions