Hindi, asked by vanshikadalal12, 7 months ago

हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए,
इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए ।
आज यह दीवार परदों की तरह हिलने लगी,
शर्त लेकिन थी कि ये बुनियाद हिलनी चाहिए ।
हर सड़क पर, हर गली में, हर नगर, हर गांव में,
हाथ लहराते हुए हर लाश चलनी चाहिए।
सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं,
मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए।
मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही,
हो कहीं भी आग लेकिज आग जलनी चाहिए

क .कवि किस के विरुद्ध आग जलाना चाहता है ?
ख.आग जलनी चाहिए के माध्यम से कवि क्या कहना चाहते हैं

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Answered by GRGAMING
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Answer:

गया है पीर पर्वत-सील्तलनी चाहिए,

इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए।

आज यह दीवार ऑनन्स की तरह हिलने लगी,

शर्त लेकिन थी कि ये नोएडा हिलनी चाहिए।

हर सड़क पर, हरली में, हर नगर, हर गांव में,

हाथ की आवाज़ It has melted the Pir mountain,

Any Ganges should be released from this Himalayas.

Today this wall started moving like curtains,

But the condition was that this foundation should be shaken.

On every street, in every street, in every city, in every village,

Hand lah

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