हर सरिता की लचकीली लहरें डसती
हर अंकुर की आँखों में कोर समाती।
हर किसलय में अधरों की आभा खिलती है
हर कली हवा में मचल मचलठताती है
Answers
Answered by
2
Answer:
nice कविता please mark as brainlist
Similar questions