hindi essay on bagicha
Answers
Answered by
1
you can write certain points out here like
1. say that the garen is near my house and stuff. before that, describe your location,area,etc
2. if possible, add muhavras and use vocabulary cz that attracts every teacher's eyes
3. describe the various flowers, add points about probably and ice cream vendor, or balloon guy, or the coconut water guy etc.
4. talk about swings slides etc
5. talk about you, your friends and how yourl enjoy there
1. say that the garen is near my house and stuff. before that, describe your location,area,etc
2. if possible, add muhavras and use vocabulary cz that attracts every teacher's eyes
3. describe the various flowers, add points about probably and ice cream vendor, or balloon guy, or the coconut water guy etc.
4. talk about swings slides etc
5. talk about you, your friends and how yourl enjoy there
kvnmurty:
you may write i n hindi please
Answered by
3
बगीचा
- GARDEN
एक बढ़िया बगीचा है, मेरे घर के सामने,
मैं जाके बैठता और खेलता भी हूँ , हर सुबह शाम में
कवितायें लिखता हूँ, एक बेंच पर पेड़ पौधों की छाया में ।
कुछ कुछ अच्छे विचार बहते निकलते हैं मन में से
फूल खिलते हैं, खेलते हैं, पत्ते बोलते हैं मुझसे
मैं खुश होकर दिव्यानन्द में से खो जाता हूँ।
शीतल पवन गालों को छूते हुए जाता है
तब पता लगता है, चलो अब घर जाना है।
मेरे घर के नजदीक में एक पार्क यानि बगीचा यानि उद्यान है। उस बगीचे में बहुत सारे पेड़ पौधें हैं । वह बगीचा देखने में बहुत सुन्दर है। लोगों के चलने के लिये पौधों के बीच में से एक छोटीसी रास्ता बनाई गयी है। हमारे कोलोनी के बहुत सारे लोग सुबह पांच बजे से लेकर यहाँ चलते हुए और व्यायाम करते हुए नजर आते हैं।
एक साल पहले हमारे कोलोनी के सभी लोगों ने मिल कर म्यूनिसिपॅलिटी से बातें कर के इस उद्यान का प्रभंध किया । एक माली को भी पेड़ पौधों के रक्षा के लिये रखा गया है । वह सुबह और शाम को पौधों को पानी देता है। जमीन पर गिरे हुए पत्तों को इकट्टा करके उद्यान को साफ करता है।
उद्यान के कारण हमें अच्छी हवा मिलती है सास लेनो के लिये। और देखने में आँखों को भी बहुत अच्छा लगता है। व्रिक्षों के कारण धूल और प्रदूषण भी कम हो जाते हैं । बगींचों से बहुत अच्छा सुगंध निकलता है।
बगीचे में बहुत पौधे हर दिन तरह तरह के फूल देते हैं। हम कुछ फूल लाते हैं और उन से भगवान की पूजा कराते हैं। छोटे बच्चे कगीचे में शाम को खेल खेलते हैं। बहुत लोग सुबह और शाम को बगीचे में पैदल चलने के लिए जाते हैं। कुछ बूढ़े लोग अपने अपने दोस्तों के साथ कुछ समय बिताने के लिए जाते हैं। कुछ लोग जो अकेले रहते हैं, वे भी सुबह और शाम को बगीचों मे जाते हैं।
बगीचे के आस पास में बहुत सारे व्यापारी भी होते हैं। फास्ट फूड बेचते हैं । कुछ बड़े बगीचों में छोटासा पानी का तालाब भी होता है। उसमें शैर करने के लिए छोटेसे नाव का प्रबंध भी होता है। हर दिन बगीचों में जाने से तंदुरुस्ती बना रहता है। कुछ बगीचे वैज्ञानिक भी होते हैं । कुछ मशहूर बगीचों में सिनेमा के शूटिंग भी होते रहते हैं । खास कर फिल्मी गाने बगीचों में बनाते हैं ।
हमें बगीचों के अंदर कागज, और कूड़ा इधर उधर नहीं फेंकने नहीं चाहिए । बगीचों को साफ रखना चाहिए। खासकर बच्चों को यह बात सिखाना हैं । बंगुलुरु को गार्डेन सिटि कहते हैं । आजकल बहुत दफ्तरों में और अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स के अंदर सुंदर बगीचे बनते हैं । विस्वविदायों में बगीचे जरूर होते हैं । बड़े बड़े होटल में और होलिडे रेसोर्ट्स में तरह तरह के बगीचे बनाते हैं।
एक बढ़िया बगीचा है, मेरे घर के सामने,
मैं जाके बैठता और खेलता भी हूँ , हर सुबह शाम में
कवितायें लिखता हूँ, एक बेंच पर पेड़ पौधों की छाया में ।
कुछ कुछ अच्छे विचार बहते निकलते हैं मन में से
फूल खिलते हैं, खेलते हैं, पत्ते बोलते हैं मुझसे
मैं खुश होकर दिव्यानन्द में से खो जाता हूँ।
शीतल पवन गालों को छूते हुए जाता है
तब पता लगता है, चलो अब घर जाना है।
मेरे घर के नजदीक में एक पार्क यानि बगीचा यानि उद्यान है। उस बगीचे में बहुत सारे पेड़ पौधें हैं । वह बगीचा देखने में बहुत सुन्दर है। लोगों के चलने के लिये पौधों के बीच में से एक छोटीसी रास्ता बनाई गयी है। हमारे कोलोनी के बहुत सारे लोग सुबह पांच बजे से लेकर यहाँ चलते हुए और व्यायाम करते हुए नजर आते हैं।
एक साल पहले हमारे कोलोनी के सभी लोगों ने मिल कर म्यूनिसिपॅलिटी से बातें कर के इस उद्यान का प्रभंध किया । एक माली को भी पेड़ पौधों के रक्षा के लिये रखा गया है । वह सुबह और शाम को पौधों को पानी देता है। जमीन पर गिरे हुए पत्तों को इकट्टा करके उद्यान को साफ करता है।
उद्यान के कारण हमें अच्छी हवा मिलती है सास लेनो के लिये। और देखने में आँखों को भी बहुत अच्छा लगता है। व्रिक्षों के कारण धूल और प्रदूषण भी कम हो जाते हैं । बगींचों से बहुत अच्छा सुगंध निकलता है।
बगीचे में बहुत पौधे हर दिन तरह तरह के फूल देते हैं। हम कुछ फूल लाते हैं और उन से भगवान की पूजा कराते हैं। छोटे बच्चे कगीचे में शाम को खेल खेलते हैं। बहुत लोग सुबह और शाम को बगीचे में पैदल चलने के लिए जाते हैं। कुछ बूढ़े लोग अपने अपने दोस्तों के साथ कुछ समय बिताने के लिए जाते हैं। कुछ लोग जो अकेले रहते हैं, वे भी सुबह और शाम को बगीचों मे जाते हैं।
बगीचे के आस पास में बहुत सारे व्यापारी भी होते हैं। फास्ट फूड बेचते हैं । कुछ बड़े बगीचों में छोटासा पानी का तालाब भी होता है। उसमें शैर करने के लिए छोटेसे नाव का प्रबंध भी होता है। हर दिन बगीचों में जाने से तंदुरुस्ती बना रहता है। कुछ बगीचे वैज्ञानिक भी होते हैं । कुछ मशहूर बगीचों में सिनेमा के शूटिंग भी होते रहते हैं । खास कर फिल्मी गाने बगीचों में बनाते हैं ।
हमें बगीचों के अंदर कागज, और कूड़ा इधर उधर नहीं फेंकने नहीं चाहिए । बगीचों को साफ रखना चाहिए। खासकर बच्चों को यह बात सिखाना हैं । बंगुलुरु को गार्डेन सिटि कहते हैं । आजकल बहुत दफ्तरों में और अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स के अंदर सुंदर बगीचे बनते हैं । विस्वविदायों में बगीचे जरूर होते हैं । बड़े बड़े होटल में और होलिडे रेसोर्ट्स में तरह तरह के बगीचे बनाते हैं।
Similar questions