ईर्ष्या करना उचित है या अनुचित
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it is always wrong to do hate. it must be avoided and preserve our humanity.........
hope this will help
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नमस्ते !!!
ईर्ष्या करना उचित और अनुचित दोनों है । कभी ईर्ष्या करना जरुरी भी होता है ।
चलो जानते है कैसे ईर्ष्या अनुचित और कभी उचित भी है ।
ईर्ष्या मतलब होता दुसरो प्रगति को देखकर जलना , बहुत लोग सोचते है ईर्ष्या गलत है नही दोस्तों ये सही भी है अगर आप जीवन में सफल होना चाहते हो तो ईर्ष्या भी जरुरी हमे ईर्ष्या शिक्षा में करना चाहिए , हमारे मन में यह ख्याल होना चाहिए जो मेरा दोस्त है , ओ मुझसे ज्यादा तेज कैसे है उसको पछाड़ने के लिए ईर्ष्या होना चाहिए , और ये ईर्ष्या मेरे ख्याल से सही । लेकिन ईर्ष्या का मतलब दुसरो को नुक्सान करने से नही होता । ईर्ष्या हमे सफलता के मार्ग को ओर प्रशस्त्र करता है । अतः हमें शिक्षा के क्षेत्र में ईर्ष्या करना जायज है मेरे मतानुसार ।
अब जानते है ईर्ष्या हमे कब हमे नही करना चाहिए , दोस्तों हमे किसी की धन दौलत को देखकर ईर्ष्या नही करनी चाहिए , ये गलत है हमे ईर्ष्या करे बजाये उससे जायादा मेहनत करके उससे भी आगे होने की कसम खानी चाहिए और काम पे जुट जाओ । इन सभी चीजो में हमे ईर्ष्या नही करनी चाजिये बल्कि उससे ज्यादा मेहनत कर हमें उस अमिर आदमी को ईर्ष्या करने पे मजबूर कर देना चाहिए ।
★आज दुनिया के लोग अपने दुःख से कम दुखी है दुसरो के सुख से ज्यादा दुखी है । यही कारण है कि लोग तनाव पूर्ण जिंदगी जी रहे है ।
_______________________
आशा है मदद होगी।
@राजुकुमार111
ईर्ष्या करना उचित और अनुचित दोनों है । कभी ईर्ष्या करना जरुरी भी होता है ।
चलो जानते है कैसे ईर्ष्या अनुचित और कभी उचित भी है ।
ईर्ष्या मतलब होता दुसरो प्रगति को देखकर जलना , बहुत लोग सोचते है ईर्ष्या गलत है नही दोस्तों ये सही भी है अगर आप जीवन में सफल होना चाहते हो तो ईर्ष्या भी जरुरी हमे ईर्ष्या शिक्षा में करना चाहिए , हमारे मन में यह ख्याल होना चाहिए जो मेरा दोस्त है , ओ मुझसे ज्यादा तेज कैसे है उसको पछाड़ने के लिए ईर्ष्या होना चाहिए , और ये ईर्ष्या मेरे ख्याल से सही । लेकिन ईर्ष्या का मतलब दुसरो को नुक्सान करने से नही होता । ईर्ष्या हमे सफलता के मार्ग को ओर प्रशस्त्र करता है । अतः हमें शिक्षा के क्षेत्र में ईर्ष्या करना जायज है मेरे मतानुसार ।
अब जानते है ईर्ष्या हमे कब हमे नही करना चाहिए , दोस्तों हमे किसी की धन दौलत को देखकर ईर्ष्या नही करनी चाहिए , ये गलत है हमे ईर्ष्या करे बजाये उससे जायादा मेहनत करके उससे भी आगे होने की कसम खानी चाहिए और काम पे जुट जाओ । इन सभी चीजो में हमे ईर्ष्या नही करनी चाजिये बल्कि उससे ज्यादा मेहनत कर हमें उस अमिर आदमी को ईर्ष्या करने पे मजबूर कर देना चाहिए ।
★आज दुनिया के लोग अपने दुःख से कम दुखी है दुसरो के सुख से ज्यादा दुखी है । यही कारण है कि लोग तनाव पूर्ण जिंदगी जी रहे है ।
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@राजुकुमार111
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