इन पंक्तियों का अर्थ स्पष्ट करो-
'नया प्रात है, नई बात है,
नई किरन है, ज्योति नई।'
(ii) 'डाल-डाल पर बैठ विहग कुछ,
नए स्वरों में गाते हैं।'
। दिए गए अर्थों के लिए, कविता की सही पंक्ति चुनकर लिखो-
(i) अनंत काल के मुरझाए हुए फूलों में नई मुस्कराहट भरो।
(ii)
सरस्वती माँ का पवित्र मंदिर तुम्हारा धन है।
हर इंसान के जीवन में नया जोश और नई जान भरो।
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Answer:
कवि ईश्वर से प्रार्थना कर रहा है। वह यह चाहता है कि वह हर मुसीबत का सामना खुद करे। भगवान उसे केवल इतनी शक्ति दें कि मुसीबत में वह घबड़ा न जाए। वह भगवान से केवल आत्मबल चाहता है और स्वयं सब कुछ के लिए मेहनत करना चाहता
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इन पंक्तियों का अर्थ स्पष्ट करो-
'नया प्रात है, नई बात है,
नई किरन है, ज्योति नई।'
अर्थ : द्वारका प्रसाद माहेश्वरी द्वारा रचित कविता की पंक्तियों का भावार्थ यह है कि कवि इन पंक्तियों के माध्यम से कहना चाहते हैं कि अभी सुबह नई-नई हुई है और हर बात नई है। नई आशा की किरण है। आशा की नई ज्योत जली है, यानी जीवन में आशा की नई सुबह हुई है। सुबह की शुरुआत एक नई आशा और उमंग के साथ करना चाहिए।
दिए गए अर्थों के लिए, कविता की सही पंक्ति चुनकर लिखो-
(ii) 'डाल-डाल पर बैठ विहग कुछ, नए स्वरों में गाते हैं।'
(i) अनंत काल के मुरझाए हुए फूलों में नई मुस्कराहट भरो।
(ii) सरस्वती माँ का पवित्र मंदिर तुम्हारा धन है।
(iii) हर इंसान के जीवन में नया जोश और नई जान भरो।
दिए गए अर्थों के लिए कविता की सही पंक्तियां इस प्रकार हैं :
(iii) हर इंसान के जीवन में नया जोश और नई जान भरो।
#SPJ2
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