History, asked by p97780370, 7 months ago

जैन धार्मिक साहित्य में अंग कितने हैं​

Answers

Answered by s1269sneha612
1

Explanation:

जैन शास्त्रों में सबसे प्राचीन ग्रन्थ अंग हैं, इन्हें वेद भी कहा गया है। अंग-प्रविष्ट आगमों की संख्या बारह है, इसलिए द्वादशांग कहा जाता है। द्वादशांग का दूसरा नाम गणिपिटक है। ये श्वेताम्बर और दिगम्बर परम्पराओं में समान रूप से स्वीकृत हैं।

hope it's help you...

please mark me in brainlist...

Similar questions