Hindi, asked by asm17aman, 1 month ago

जीवन के अरण्य में प्रवेश करने वाले व्यक्ति पर सदाचार किस प्रकार अपना प्रभाव डालता है?​

Answers

Answered by shivdharmendragautam
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Explanation:

परिचय

वैसे देखा जाये तो सदाचार शब्द सत और आचार शब्द से मिल कर बना है। जिसका शाब्दिक अर्थ अच्छा और आचरण है। यह शब्द केवल अच्छे आचरण मात्र तक सीमित नहीं है, अपितु इसका अर्थ बहुत ही व्यापक होता है। सदाचरण आपके जीवन को सही गति और दिशा देता है, जो व्यक्ति को बहुत आगे ले जाता है। ऐसा व्यक्ति जीवन में कभी निराश नहीं होता। कई बार आपका व्यवहार आपके बिगड़े काम बना देता है। अर्थात हम यह कह सकते हैं की सदाचार किसी भी प्रकार से हानिकारक नहीं होता और हर व्यक्ति को इसे जरुर अपनाना चाहिए।

सदाचारी के गुण

एक सदाचारी कभी भी केवल अपने हित के बारे में नहीं सोचता, वह अपने साथ-साथ समाज के हित एवं कल्याण का अभिन्न हिस्सा बन जाता है। उनकी सोच स्पष्ट होती है, सदैव लोक कल्याण उनकी प्राथमिकता होती है, वे सम्पर्पण का भाव रखते हैं, सदैव सत्य के साथी होते हैं, जिनकी वाणी में शहद जैसी मिठास होती है, जो कुरूणा का सागर अपने साथ लिये फिरते है और आवश्कता पड़ने पर सदैव आपके साथ खड़े रहते हैं। हालांकि ऐसे लोग हमारे समाज में बहुत कम हैं, परंतु हैं, और हम इनकी संख्या बढ़ा सकते हैं वो भी स्वयं में ये परिवर्तन ला कर।

वे क्रोध, ईर्ष्या जैसे भावना से दूर रहते हैं और कभी किसी की बुराई करने में समय व्यतीत नहीं करते। वे किसी काम को छोटा नहीं समझते और हमेशा सबको आगे बढ़ने की शिक्षा देते हैं। वे सैदव सकारात्मक होते हैं और उनसे बात कर के हमरा भी नजरिया बदल जाता है। इतने गुणों के धनि व्यक्ति इतने आसानी से नहीं मिलते, इस लिये कोशिश करें की ऐसे विचारों को आप अपने जीवन में अवश्य लायें और दूसरों के लिये एक आदर्श आप भी बनें।

एक सदचारी व्यक्ति

एक सदाचारी व्यक्ति जीवन में सदैव आपकी मदद करता है अब वह किस रूप में आपसे मिलता है ये देखने वाली बात है;

एक मित्र के रूप में यदि आपका मित्र सदाचारी है तो कभी भी उसका साथ न छोड़ें क्यों की वे खुद तो सत्य के राह पर चलते हैं ही साथ ही साथ आपको भी ले जाते हैं। आप यदि भटक भी जाएँ तो ये आपको भटकने नहीं देते और भगवन के किसी दूत की तरह आपका साथ देते हैं। इनमे छल नहीं होता और कभी भी आपसे आगे निकले के होड़ में आपका नुकसान नहीं करते। इस लिये ऐसे मित्र को कभी न छोड़ें।

एक गुरु के रूप में

वे आपके जीवन के सच्चे मार्गदर्शक बन जाते हैं और आपके सार्वंगिक विकास पर ध्यान देते हैं। कहने का अर्थ यह है की आप एक सदाचारी का साथ कभी न छोड़े और उनसे सीखे और अपने जीवन को भी उनके सदाचारी इत्र की तरह महकाएं।

निष्कर्ष

सदाचार को अपने जीवन में अपनाना बहुत ही बड़ी बात है और यह अचानक नहीं आता इसके लिये एकांत में बैठ के मंथन करना पड़ता है। समाज को अपना परिवार समझना पड़ता है और इस प्रकार दूसरों की मदद कर के हम सदाचार का पालन कर सकते हैं और समाज में अपनी एक अलग पहचान बना सकते हैं।

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