जीवन की जद्दोजहद ने चार्ली के व्यक्तितत्व को कैसे संपन्न बनाया?
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जीवन की जद्दोजहद ने चार्ली के व्यक्तितत्व को निम्न प्रकार संपन्न बनाया :
चार्ली एक परित्यक्ता और दूसरे दरजे़ की स्टेज अभिनेत्री की बेटे थे। बाद में उनकी मां पागल हो गई , जिससे वे निरंतर संघर्ष करते रहे। उनका जीवन भयानक गरीबी में व्यतीत हुआ; लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी । उनकी स्थिति को देखकर साम्राज्य, औद्योगिक क्रांति ,पूंजीवाद तथा सामांतशाही से मगरूर समाज ने उन्हें निरंतर दुत्कारा। लेकिन चार्ली इन सब परिस्थितियों से संघर्ष करते रहे। इस प्रकार बचपन से ही जद्दोजहद करते हुए चार्ली ने अपने धैर्य एवं साहस नहीं छोड़ा। प्रतिकूल परिस्थितियों ने उन्हें अनेक जीवन मूल्य प्रदान किए । ऐसे जीवन मूल्य , जिन्हें एक करोड़पति होकर भी वे भूल न सके।
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above given answer is absolutely right...jjii