‘झेन की देन’ पाठ में जापानी लोगों को मानसिक रोग होने के क्या-क्या कारण बताए गए हैं? आप इनसे कहाँ तक सहमत हैं? तर्कसहित लिखिए।
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‘झेन की देन’ पाठ में जापानी लोगों को मानसिक रोग होने के कारण
जापान में मानसिक रोग ज्यादा सोचने की वजह से उनके दिमाग का तनाव बढ़ जाता है|
जापानियों की सोचने की क्षमता बहुत तेज़ होती है| सीलिए उनकी जीवन रफ्तार भी तेज होती है। जापान हर टेक्नोलॉजी में आगे है |
ज्यादा काम की वजह से ज्यादा सोचने के कारण उनके दिमाग का तनाव बढ़ जाता है और कभी-कभी काम करना भी बंद कर देता है। जापान सभी देशों से आगे निकलना चाहता , इसकी कारण वह हमेशा नया सोचता रहता है| यही सब कारणों से अधिकतर जापानी नागरिक मानसिक रोग का शिकार हो जाते हैं|
आप इनसे कहाँ तक सहमत हैं? तर्क सहित लिखिए।
मैं काफी हद तक पाठ में दिए गए कारण से सहमत हूँ , जब हम सारा समय सोचते रहते है और अपने दिमाग को आराम नहीं देते है तब हमें मानसिक जैसे रोग लगते है| जब दिमाग में तनाव और चिंताएँ होती है , हर काम को लेकर तब हम बहुत से रोग लग जाते है|
हमें हमेशा अपने दिमाग को शांत और वर्तमान में रखना चाहिए ज्यादा नहीं सोचना चाहिए|
पाठ से संबंधित प्रश्न के लिंक
जापान में मानसिक रोग के क्या कारण बताए गए हैं? उससे होने वाले प्रभाव का उल्लेख करते हुए लिखिए कि इसमें ‘टी सेरेमनी’ की क्या उपयोगिता है।
https://brainly.in/question/15028565
जापान में मानसिक रोग के क्या कारण बताए गए हैं? उससे होने वाले प्रभाव का उल्लेख करते हुए लिखिए कि इसमें ‘टी सेरेमनी’ की क्या उपयोगिता है।
https://brainly.in/question/15034538
Answer:
जापान में मानसिक रोग ज्यादा सोचने की वजह से उनके दिमाग का तनाव बढ़ जाता है|
जापानियों की सोचने की क्षमता बहुत तेज़ होती है| सीलिए उनकी जीवन रफ्तार भी तेज होती है। जापान हर टेक्नोलॉजी में आगे है |
ज्यादा काम की वजह से ज्यादा सोचने के कारण उनके दिमाग का तनाव बढ़ जाता है और कभी-कभी काम करना भी बंद कर देता है। जापान सभी देशों से आगे निकलना चाहता , इसकी कारण वह हमेशा नया सोचता रहता है| यही सब कारणों से अधिकतर जापानी नागरिक मानसिक रोग का शिकार हो जाते हैं|
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