कुंडलियों का जीवन में महत्त्व' विषय पर 80 से 100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए।
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जीवन में कुंडली का महत्व अगर माने तो काफी है क्योंकि ज्योतिष विज्ञान हमारे सनातन काल से चली आ रही एक वैज्ञानिक परंपरा है इसका उल्लेख वेदों में भी किया हुआ है तथा इसकी सहायता से ऋषि मुनि आने वाले भविष्य में क्या होना है उसे भली भांति देख सकते थे एवं अपने जीवन को उसी अनुसार कर्म प्रधान बना लेते थे। आपके भाग्य का निर्धारण आपके पूर्व जन्म के कर्मों के आधार पर होता है आपको जो भी देवी सहायता भगवान के द्वारा मिलने वाली है वह आपके किए हुए कर्मों के ऊपर ही आधारित होती है अगर आपके पिछले जन्म के कर्म अच्छे हैं और इस जन्म के भी अच्छे हैं तो निश्चित तौर पर भाग्य आपका साथ देगा कर्म तो करना ही है जीवन में लेकिन अगर 5 प्रतिशत भी भाग्य हमारा साथ दे दे तू जीवन काफी ऊंचाइयों तक जा सकता है उसके लिए जन्म कुंडली का विवेचन अत्यंत ही आवश्यक है। कुंडली के माध्यम से ही लग्न राशि और कौन सा नक्षत्र चल रहा है वह पता चलता है । व्यक्ति की कौन सी दशा और अंतर्दशा चालू हो वह भी कुंडली ही बताती है । जन्म कुंडली निर्माण काफी महत्वपूर्ण कार्य है क्योंकि ज्योतिष के आधार पर ही जन्मपत्री रचना होती है । जब तक यह पूर्णतया सही ना बने तब तक फल कथन में प्रमाणिकता नहीं आती है। अतः सही जन्मपत्रिका की रचना के लिए गणितीय सूत्र गणित प्रक्रिया में दक्ष होना आवश्यक है । यदि गणितीय प्रक्रिया ही गलत हुई तो फल कथन भी शुद्ध नहीं होगा। अतः ज्योतिष जो जन्मकुंडली बनाता है उसे गणित के क्षेत्र में दक्ष होना चाहिए इसी के आधार पर सही फलादेश किया जाता है