Hindi, asked by kshitijtayade4431, 11 months ago

(क) हरिहर काका के परिवार के विषय में कहानी के आधार पर बताइए I
(ख) इफ़्फ़न और टोपी शुक्ला के सबंध धर्म की सीमा से ऊपर हैं I पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए I

Answers

Answered by shishir303
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(क)

हरिहर काका परिवार के विषय में वर्णन —  

हरिहर काका के कुल चार भाई थे और हरिहर काका सहित चारों विवाहित थे। हरिहर काका का नंबर चारों भाइयों में दूसरा था। बाकी तीनों भाइयों की संतानें थी पर हरिहर काका के कोई संतान नहीं हुई। उनके दो विवाह हुए थे, लेकिन दोनों ही पत्नियों की मृत्यु हो चुकी थी। लोगों ने उनके तीसरा विवाह की करने की सलाह दी थी ताकि संतान हो सके, लेकिन अपनी बढ़ती आयु के कारण हरिहर काका ने मना कर दिया।

हरिहर काका के अतिरिक्त उनके तीनों भाइयों के बाल-बच्चे थे। हरिहर काका के बड़े और छोटे भाइयों के बच्चे तो सयाने हो चले थे और दो का तो विवाह भी हो चुका था। उनमें से एक पढ़ाई-लिखाई करके शहर में क्लर्क की नौकरी करने लगा था।

अपनी पत्नियों की मृत्यु के बाद हरिहर काका अपने भाइयों के परिवार के साथ ही रहते थेय़ हरिहर काका के पूरे संयुक्त परिवार के पास 60 बीघा खेत थे और इस तरह हरिहर काका के हिस्से में 15 बीघा खेत आया था। हरिहर काका के भाई जानते थे कि हरिहर काका की कोई संतान नहीं है। इसलिए उनकी संपत्ति उन लोगों को ही मिलने की संभावना है, हरिहर काका के भाइयों ने अपनी पत्नियों से काका की भलीभांति सेवा करने की एक सीख दी थी।

(ख)

टोपी शुक्ला  और इफ्फन अलग-अलग धर्मों के प्रतिनिधित्व करने वाले बच्चे थे। टोपी शुक्ला हिंदू था, तो इफ्फन मुस्लिम। दोनों में घनिष्ठ मित्रता थी दोनों के धार्मिक आस्थाओं में भिन्नता होने के बावजूद दोनों में परस्पर स्नेह था। टोपी शुक्ला का इफ्फन की दादी से बहुत लगाव था और इफ्फन दादी भी टोपी शुक्ला से अपने पोते के समान प्रेम करती थी। जब इफ्फन के पिता का ट्रांसफर हो गया, तो इफ्फन टोपी शुक्ला के जुदा होने के गम से बड़ा दुखी होता है। दोनों के बीच धर्म की कोई दीवार नहीं थी और उनके बीच मानवता से भरा हुआ प्रेम था। इसलिए दोनों धर्म की सीमा से ऊपर उठकर मानव रूपी धर्म का प्रतिनिधित्व करते हैं।

Answered by XxMissPaglixX
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