(क) 'मानवता की सेवा ही सबसे बड़ी पूजा है। वर्तमान समय में वायरस की समस्या के दौरान
इसके अनेक उदाहरण देखने को मिले किसी एक का वर्णन करो।
(ख) किसी प्रतियोगिता में जीतने या हारने पर आपको कैसा लगता है? और क्यों?
(ग) जो बालक स्कूल नहीं जा पाते वे आपको स्कूल जाते देखकर क्या सोचते होंगे? क्या आप
उनके लिए कुछ कर सकते हो?
(घ) अपने राष्ट्र ध्वज के रंगों के नाम बताते हुए उनके महत्व का वर्णन करो।
(ड.) यदि सब लोगों में से घृणा की भावना स्माप्त हो जाए तो यह संसार कैसा होगा?
Answers
Explanation:
पिछले चार महीनों में हमारी दुनिया एकदम बदल गई है. हज़ारों लोगों की जान चली गई. लाखों लोग बीमार पड़े हुए हैं. इन सब पर एक नए कोरोना वायरस का क़हर टूटा है. और, जो लोग इस वायरस के प्रकोप से बचे हुए हैं, उनका रहन सहन भी एकदम बदल गया है. ये वायरस दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर में पहली बार सामने आया था. उसके बाद से दुनिया में सब कुछ उलट पुलट हो गया.
जहां प्रतियोगिता है वहां कोई जीतेगा ही और यदि कोई जीत रहा है तो किसी का हारना भी निश्चित है। हार ज़िंदगी के किसी भी मोड़ पर हो सकती है। लेकिन हार क्षणिक है और हौंसला निरंतर है। इसलिए हार से कभी मन को कमज़ोर नहीं करना चाहिए। चूंकि अगर हौंसला रह तो फिर जीता भी जा सकता है।
राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे में समान अनुपात में तीन क्षैतिज पट्टियां हैं: केसरिया रंग सबसे ऊपर, सफेद बीच में और हरा रंग सबसे नीचे है। ... हरा रंग देश के शुभ, विकास और उर्वरता को दर्शाता है। इसका प्रारूप सारनाथ में अशोक के सिंह स्तंभ पर बने चक्र से लिया गया है।