कोमल और कठोर दोनों भाव किस प्रकार गांध जी के व्यक्तित्व की विशेषता बन गए।
Answers
Answered by
3
गांधी जी के हिसाब से कोमल और कठोर भाव के व्यक्तित्व का चित्रा वर्णन |
Explanation:
अगर हम गांधीजी के व्यक्तित्व को ध्यान से देखेंगे तो, बड़ी ही आसानी पता लगा पाएंगे की गांधी जी के व्यक्तित्व में दोनों ही कोमल तथा कठोर भावना का निदर्शन मिलता हैं| गांधीजी मूल रूप से अहिंसा के पुजारी थे, उन्हें हिंसा के प्रति अहिंसा का मार्ग पसंद था| जो की उनके व्यक्तित्व का कोमल भाव को दर्शाता हैं|
इसके विपरीत वह समय के बहुत ही पक्के थे, समयानुवर्तिता उनके रग-रग में था| अगर कोई समय का पक्का नहीं हो ता तो वह उस व्यक्ति के प्रति कडा रबैया भी अपनाते थे| जो की उनके व्यक्तित्व के कठोर भाव को दर्शाता हैं|
Similar questions