कंपाइलर और इंटरप्रेटर के बीच अंतर करें
Answers
Answered by
9
Explanation:
कंपाइलर एक तरह का ट्रांस्लेटर होता है जो की सोर्स भाषा को वस्तु की भाषा में बदलता है। इंटरप्रेटर एक तरह का प्रोग्राम है जो कि सोर्स भाषा में ही काम करता है। एक और अंतर जो कंपाइलर और इंटरप्रेटर में होता है वह यह है की कंपाइलर पूरे प्रोग्राम को एक ही बार में बदल देता है जबकि इंटरप्रेटर एक बार में एक ही लाइन के प्रोग्राम को बदलता है।
मनुष्य सामान्य भाषा में कुछ भी समझ सकता है लेकिन कम्प्युटर नहीं समझ सकता। कम्प्युटर को एक ट्रांस्लेटर की जरूरत पड़ती है जिससे की वह लिखी हुई भाषा को मनुष्य के समझने लायक भाषा में बदल सके। कंपाइलर और इंटरप्रेटर दोनों ही भाषा को ट्रांस्लेट करने में काम आते है।
Similar questions