Business Studies, asked by sahiljarvis0, 5 months ago

कार्य से परे प्रशिक्षण क्या है किन्ही तीन कार्य से परे प्रशिक्षण विधियों का वर्णन किजिये?

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Answered by Anonymous
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कार्य से परे प्रशिक्षण की मुख्य विधियाँ निम्नलिखित हैं:-

1. प्रकोष्ठ शाला प्रशिक्षण- इस पद्धति के अंतर्गत नये कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से अलग से एक प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना की जाती है। एक अनुभवी एवं प्रशिक्षित प्रशिक्षक को इस केन्द्र का अध्यक्ष नियुक्त किया जाता है। इस केन्द्र में औजारों एवं मशीनरी को इस ढंग से लगाया जाता है ताकि कारखाने जैसी परिस्थितियाँ उत्पन्न हो जाये। जब कर्मचारी प्रशिक्षित हो जाते हैं तो उन्हें वास्तविक कार्य पर लगा दिया जाता है।

2. विशिष्ट पाठ्यक्रम एवं कक्षाओं का आयोजन – प्रशिक्षण की इस विधि में संस्था के अंदर ही विशेष पाठ्यक्रम एवं कक्षाओं का आयोजन करके, प्रबंधकीय वर्ग के विभिन्न लोगों को अनुभवी एवं विशेषज्ञ व्यक्तियों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है। यह प्रशिक्षण सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक दोनों प्रकार का होता है। इस तरह के प्रशिक्षण देने की अनेक विधियाँ हैं।

3. केस अध्ययन प्रणाली – इस विधि में वरिष्ठ प्रबंधक द्वारा प्रशिक्षार्थी प्रबंधकों को एक विशेष समस्या को सुलझाने के लिए कहा जाता है। सभी परीक्षार्थी अपने-अपने ज्ञान एवं अनुभव के आधार पर समस्या को हल निकालते हैं तथा एक-दूसरे के साथ मिलान करते हैं। एक ही समस्या के विभिन्न समाधान होने पर उनमें तर्क-वितर्क होता है।

सभी अपने-अपने समाधान के पक्ष में प्रमाण जुटाने का प्रयत्न करते हैं। इस तर्क-वितर्क को वरिष्ठ प्रबंधक द्वारा भी सुना जाता है। तर्क-वितर्क के आधार पर तथा अपने अनुभवों का प्रयोग करके वरिष्ठ प्रबंधक एक उपयुक्त समाधान प्रस्तुत करता है और उनके द्वारा किये गये प्रयासों में हुई त्रुटियों को स्पष्ट करता है।

4. चलचित्र – चलचित्र बहुत प्रभावी पद्धति हो सकती है, जहाँ कौशल का प्रदर्शन करना आवश्यक है। इसका सम्मेलन परिचर्चाओं में बहुत प्रयोग होता है।

5. कम्प्यूटर माडलिंग – यह कम्प्यूटर पर आधारित प्रशिक्षण है। इस विधि में प्रशिक्षार्थी अपने कौशल में वृद्धि के लिए कम्प्यूटर का प्रयोग करता है। इस विधि का प्रयोग वहाँ होता है, जहाँ प्रशिक्षण अधिक महँगा हो। जैसे एक टाईम बम को प्रभावहीन करने का प्रशिक्षण देना।

6.नियोजित अनुदेश – इस विधि के अंतर्गत किसी संक्षिप्त घटना पर विचार किया जाता है। नियोजित अनुदेश में एक संक्षिप्त घटना को कक्षा में विचार के लिए रखा जाता है। प्रशिक्षक व विद्यार्थी सभी आपसी तर्कवितर्क के आधार पर समस्या का उचित समाधान ढूँढने का प्रयत्न करते हैं । इस विधि का मुख्य लाभ यह है कि इसमें प्रशिक्षक से प्रश्न पूछकर महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त करते हैं।

Answered by KaurSukhvir
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Answer:

कार्य से परे प्रशिक्षण विधियों ( off-the-job training methods) के तहत, कर्मचारियों को अपना कार्यस्थल छोड़ना पड़ता है और अपना पूरा समय प्रशिक्षण उद्देश्यों की ओर केंद्रित करना होता है। ऑफ-द-जॉब प्रशिक्षण के तरीके इस प्रकार हैं:-

  1. कक्षा व्याख्यान/सम्मेलन: कक्षा व्याख्यान/सम्मेलन का उद्देश्य नवीनतम जानकारी का उपयोग करके सैद्धांतिक ज्ञान का पुनरीक्षण और पुनरीक्षण करना है। इन व्याख्यानों और सम्मेलनों के माध्यम से तकनीकों का भी संचार किया जाता है।
  2. वेस्टिबुल प्रशिक्षण: वेस्टिबुल (Vestibule) प्रशिक्षण को "नियर द जॉब ट्रेनिंग" भी कहा जाता है। इस प्रशिक्षण पद्धति में, सिम्युलेटेड सेट-अप स्थापित किया जाता है, जो मुख्य उत्पादन संयंत्र के समीप होता है, जिसमें तकनीकी कर्मचारी सीखते हैं कि उपकरण और मशीनरी को कैसे संचालित किया जाए, जो कि वास्तविक कार्य तल पर उपयोग किए जाने वाले समान हो सकते हैं।
  3. फिल्में / वृत्तचित्र: उद्योग में परिवर्तन के दृश्य चित्रण या टीम निर्माण अभ्यास जैसे प्रबंधन उपकरणों पर उदाहरणों को फिल्मों और वृत्तचित्रों के माध्यम से आसानी से संप्रेषित किया जा सकता है।
  4. कंप्यूटर मॉडलिंग: प्रशिक्षुओं को विशेष रूप से उच्च जोखिम या उच्च लागत से जुड़ी स्थितियों के लिए अपने कौशल और ज्ञान में सुधार करने के लिए कंप्यूटर का उपयोग करके प्रशिक्षित किया जाता है।

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