₹ का साइन किसने दिया था कब और कहा
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I think Udaya kumar nea ..
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भारतीय रुपया चिह्न
भारतीय रुपया चिह्न (₹) भारतीय रुपये (भारत की आधिकारिक मुद्रा) के लिये प्रयोग किया जाने वाला मुद्रा चिह्न है। यह डिजाइन भारत सरकार द्वारा १५ जुलाई २०१० को सार्वजनिक किया गया था।[1][2] अमेरिकी डॉलर, ब्रिटिश पाउण्ड, जापानी येन और यूरोपीय संघ के यूरो के बाद रुपया पाँचवी ऐसी मुद्रा बन गया है, जिसे उसके प्रतीक-चिह्न से पहचाना जाएगा। भारतीय रुपये के लिये अन्तर्राष्ट्रीय तीन अंकीय कोड (अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन (ISO) मानक ISO 4217 के अनुसार) INR है।
५ मार्च २००९ को भारत सरकार ने भारतीय रुपये के लिये एक चिह्न निर्माण हेतु एक प्रतियोगिता की घोषणा की।[3][4][5] इसके अन्तर्गत सरकार को तीन हज़ार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे।[6] यूनियन बजट २०१० के दौरान वित्त मन्त्री प्रणव मुखर्जी ने कहा कि प्रस्तावित चिह्न भारतीय संस्कृति को प्रकट करेगा।[7] प्राप्त ३३३१ आवेदनों में से मनॉन्दिता कोरिया-मेहरोत्रा, हितेश पद्मशैली, शिबिन केक, शाहरुख जे ईरानी तथा डी उदय कुमार द्वारा निर्मित किये गये पाँच चिह्न[8][9] शॉर्ट लिस्ट किये गये[9] तथा उनमें से एक २४ जून २०१० को यूनियन कैबिनेट की मीटिंग में फाइनल किया जाना था।[10] वित्त मन्त्री के अनुरोध पर निर्णय स्थगित किया गया,[7] तथा १५ जुलाई २०१० की मीटिंग में निर्णय लिया गया[1] तथा उदय कुमार द्वारा निर्मित चिह्न चुना गया।[1][11] रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर की अध्यक्षता में गठित एक उच्चस्तरीय समिति ने भारतीय संस्कृति और भारतीय भाषाओं के साथ ही आधुनिक युग के बेहतर सामंजस्य वाले इस प्रतीक को अन्तिम तौर पर चयन करने की सिफारिश की थी।
भारतीय रुपया चिह्न (₹) भारतीय रुपये (भारत की आधिकारिक मुद्रा) के लिये प्रयोग किया जाने वाला मुद्रा चिह्न है। यह डिजाइन भारत सरकार द्वारा १५ जुलाई २०१० को सार्वजनिक किया गया था।[1][2] अमेरिकी डॉलर, ब्रिटिश पाउण्ड, जापानी येन और यूरोपीय संघ के यूरो के बाद रुपया पाँचवी ऐसी मुद्रा बन गया है, जिसे उसके प्रतीक-चिह्न से पहचाना जाएगा। भारतीय रुपये के लिये अन्तर्राष्ट्रीय तीन अंकीय कोड (अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन (ISO) मानक ISO 4217 के अनुसार) INR है।
५ मार्च २००९ को भारत सरकार ने भारतीय रुपये के लिये एक चिह्न निर्माण हेतु एक प्रतियोगिता की घोषणा की।[3][4][5] इसके अन्तर्गत सरकार को तीन हज़ार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे।[6] यूनियन बजट २०१० के दौरान वित्त मन्त्री प्रणव मुखर्जी ने कहा कि प्रस्तावित चिह्न भारतीय संस्कृति को प्रकट करेगा।[7] प्राप्त ३३३१ आवेदनों में से मनॉन्दिता कोरिया-मेहरोत्रा, हितेश पद्मशैली, शिबिन केक, शाहरुख जे ईरानी तथा डी उदय कुमार द्वारा निर्मित किये गये पाँच चिह्न[8][9] शॉर्ट लिस्ट किये गये[9] तथा उनमें से एक २४ जून २०१० को यूनियन कैबिनेट की मीटिंग में फाइनल किया जाना था।[10] वित्त मन्त्री के अनुरोध पर निर्णय स्थगित किया गया,[7] तथा १५ जुलाई २०१० की मीटिंग में निर्णय लिया गया[1] तथा उदय कुमार द्वारा निर्मित चिह्न चुना गया।[1][11] रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर की अध्यक्षता में गठित एक उच्चस्तरीय समिति ने भारतीय संस्कृति और भारतीय भाषाओं के साथ ही आधुनिक युग के बेहतर सामंजस्य वाले इस प्रतीक को अन्तिम तौर पर चयन करने की सिफारिश की थी।
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