किसी देश की अर्थव्यवस्था के लिए नदियाँ महत्त्वपूर्ण क्यों हैं?
Answers
उत्तर :
किसी देश की अर्थव्यवस्था के लिए नदियाँ महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। भारत की नदियां कोई अपवाद नहीं है । ये उत्तरी मैदानों को उपजाऊ बनाती हैं। ये सिंचाई के लिए जल जुटाती है तथा पेयजल की आपूर्ति करती है। यही नहीं ये परिवहन तथा जल विद्युत निर्माण की दृष्टि से भी अत्यंत उपयोगी है।
भारत की अर्थव्यवस्था में इनके महत्व का वर्णन निम्न प्रकार से है :
जलोढ़ मिट्टी :
नदियां उपजाऊ जलोढ़ मिट्टी का निर्माण करती है। भारत में जलोढ़ मिट्टी बहुत विस्तृत भाग में पाई जाती है। सतलुज गंगा का मैदान, ब्रह्मपुत्र नदी की घाटी, महानदी ,गोदावरी ,कृष्णा ,कावेरी नदियों के डेल्टा और पूर्वी तरह पश्चिमी तटीय मैदानों में इस प्रकार की मिट्टी पाई जाती है । यह मिट्टी खेती के लिए बहुत उपयुक्त है।
बहुउद्देशीय परियोजनाएं तथा सिंचाई नहरें :
नदियों पर भाखड़ा बांध, दामोदर घाटी परियोजना आदि बहुत बहुउद्देशीय परियोजनाएं बनाई गई है। इन परियोजनाओं को पंडित जवाहरलाल नेहरू आधुनिक भारत के मंदिर कहकर पुकारा करते थे। यह परियोजनाएं भारत के लोगों की विभिन्न आवश्यकताओं जैसे सिंचाई, विद्युत उत्पादन ,नौका वाहन , बाढ़ नियंत्रण, मत्स्य पालन, मिट्टी का संरक्षण, पर्यटन आदि को पूरा करती है।
पीने का जल :
दरिया पीने के जल का मुख्य स्रोत है। बड़े-बड़े नगरों में पीने की जल की आपूर्ति नदियों के जल से ही की जाती है। इस जल को साफ करके पीने योग्य बनाया जाता है।
झीलों का उदय :
नदिया झीलों को जन्म देती है। उदाहरण के लिए श्रीनगर की वूलर झील नदी निर्मित ही है। झीलों से मनोज को भोजन के रूप में मछली प्राप्त होती है। ये जलवायु को एक समान बनाने में भी सहायता करती है।
मानव सभ्यता का विकास :
नदियां प्राचीन काल से ही मानव सभ्यता के विकास तथा प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रही है। नदियों को शुरुआत में परिवहन के लिए प्रयोग में लाया गया। इस प्रकार विभिन्न मानव बस्तियों के बीच संपर्क स्थापित हुआ। नदियों के निकट मानव गेहूं और चावल जैसे अनाज उगाने लगे। यहां उन्हें रेत में मिश्रित सोना, तांबा, लोहा आदि खनिज भी प्राप्त हुए।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।।