क्या एक वृहत आकारीय संगठन विकेंद्रीकृत पूर्णरूपेण केंद्रीकृत हो सकता है? अपना मत दीजिए I
Answers
"नहीं, कोई भी संगठन कभी भी न तो पूणरूपेण केंद्रीकृत हो सकता है और न ही कभी पूणरूपेण विकेंद्रीकृत हो सकता है | जब कोई संस्था आकार तथा जटिलताओं की और अग्रसर होती है तो यह देखा गया है की वे संस्थाएँ निर्णयों में विकेन्द्रीकरण को अपनाती है | यह इसलिए होता है की बड़े बड़े संस्थानों में जहा कर्मचारियों को प्रत्यक्ष तथा अतिनिकट से कार्य संचालन में आलिप्त किया जाता है उनका ज्ञान तथा अनुभव उन उच्चस्तरीय प्रबंधको से कही अधिक होता है जो संस्था से अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए होते है |
पूर्ण केन्द्रीकरण तभी कहलाता है जब प्रबंध में निर्णय लेने का अधिकार केंद्रीय रूप से उत्तराधिकार सोपानिक में केवल शीर्ष स्तर के प्रबंधको को ही होता है | इस प्रकार की संरचना प्रबंध सोपनिकी की आवश्यकता को अनावस्यक कर देती है |
पूर्ण विकेन्द्रीकरण में सभी अधिकारो का अंतरण निम्न स्तर के कर्मचारियों को कर दिया जाता है | और इस प्रकार इस में उच्चस्तरीय प्रबंध की आवश्यकता अनावस्यक हो जाती है | दोनों ही अवस्थाएँ व्यवहार्य नहीं है | "
Answer:
नहीं, कोई भी संगठन कभी भी न तो पूणरूपेण केंद्रीकृत हो सकता है और न ही कभी पूणरूपेण विकेंद्रीकृत हो सकता है | जब कोई संस्था आकार तथा जटिलताओं की और अग्रसर होती है तो यह देखा गया है की वे संस्थाएँ निर्णयों में विकेन्द्रीकरण को अपनाती है | यह इसलिए होता है की बड़े बड़े संस्थानों में जहा कर्मचारियों को प्रत्यक्ष तथा अतिनिकट से कार्य संचालन में आलिप्त किया जाता है उनका ज्ञान तथा अनुभव उन उच्चस्तरीय प्रबंधको से कही अधिक होता है जो संस्था से अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए होते है |
पूर्ण केन्द्रीकरण तभी कहलाता है जब प्रबंध में निर्णय लेने का अधिकार केंद्रीय रूप से उत्तराधिकार सोपानिक में केवल शीर्ष स्तर के प्रबंधको को ही होता है | इस प्रकार की संरचना प्रबंध सोपनिकी की आवश्यकता को अनावस्यक कर देती है |
पूर्ण विकेन्द्रीकरण में सभी अधिकारो का अंतरण निम्न स्तर के कर्मचारियों को कर दिया जाता है | और इस प्रकार इस में उच्चस्तरीय प्रबंध की आवश्यकता अनावस्यक हो जाती है | दोनों ही अवस्थाएँ व्यवहार्य नहीं है | "
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