Hindi, asked by siddharth2956, 11 months ago

कविता की निम्नलिखित पंक्तियाँ पढ़कर बताइए कि इनमें किस ऋतु का वर्णन है? फूटे हैं आमों में बौर भौंर वन-वन टूटे हैं। होली मची ठौर-ठौरसभी बंधन छूटे हैं।

Answers

Answered by shishir303
47

ये प्रश्न ‘ध्वनि’ पाठ से लिया गया है। जो कि एक कविता है जिसकी रचना ‘सूर्यकांत त्रिपाठी निराला’ ने की है।

फूटे हैं आमों में बौर,

भौंर वन-वन टूटे हैं।

होली मची ठौर-ठौर,

सभी बंधन छूटे हैं।।

इन पंक्तियों में बसंत ऋतु का वर्णन किया गया है। ये पंक्तियाँ ‘सूर्यकांत त्रिपाठी निराला’ द्वारा रचित कविता की पंक्तियां हैं। इन पंक्तियों में कवि वसंत ऋतु में छाये मनमोहक वातावरण का वर्णन किया है। वसंत ऋतु में आमों में बौर पड़ जाती हैं और भौंरे जगह-जगह मंडराने लगते हैं। होली के आगमन मस्ती छाने लगती है और सभी लोग अपने दुख-दर्द भुलाकर वसंत और होली की मस्ती में डूब जाते हैं।

Answered by sarojverma2704
15

इस पंक्तियों में बसंत ऋतु का वर्णन किया गया है

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