Hindi, asked by sat1237, 2 days ago

कविता पंख लगा कर कहां कहां उड़ सकती है​

Answers

Answered by fatimamaryam246
16

कविता पंख लगा कर मानव के आंतरिक वह बाहय रूप मैं उड़ान भरती है। वह एक घर से दूसरे घर तक उड़ सकती है।

Answered by rohitkumargupta
2

ANSWER:-

कविता पंख लगा कर अनेक जगह उड़ सकती है, इसकी कोई सीमा नहीं है। कवि कविता की उड़ान व्यापक है कविता कल्पना के पंख लगा कर ना जाने कहां से कहां तक जा पहुंचती है। उसकी उड़ान हसीन होती है। कविता पंख लगाकर मानव के आंतरिक व बाह्य रूप में उड़ान भरती है। कविता एक काल से लेकर आनेको काल तक अपना उड़ान भरती रहती है। इसका कोई सीमा नहीं है, एक कालखंड से लेकर आनेको कालखंड तक आपने उड़ान भरती रहती है। कविता पंख लगा कर मानव के आंतरिक भावनाओं तक उड़ान लगाती है।

THANKS.

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