लौह इस्पात उद्योग के स्थानीकरण के कारणों का वर्णन कीजिए?
Answers
कच्चे लोहे से इस्पात बनाए जाने की विधि को इस्पात निर्माण कहते है | जो पदार्थ इससे बनती है उसे लौह इस्पात कहते है |
Explanation:
लोहा और इस्पात उद्योग की स्थापना, विकास और एकाग्रता के लिए कई चीजों की आवश्यकता होती है। जैसे चीजों का उत्पादन करने के लिए कच्चे माल और बिजली संसाधनों को इकट्ठा करना पड़ता है| इसे चालू रखने के लिए वित्त, मशीनरी और श्रम की और इससे निर्माण वास्तु को बेचने के लिए बाज़ार की ज़रूरत होती है और बाज़ार तक ले जाने के लिए परिवहन की ज़रूरत पड़ती है|
प्रथम कारण:- लौह और इस्पात उद्योग के स्थानीकरण का, कच्चे माल, बाजार, ऊर्जा आपूर्ति और श्रम की उपलब्धता है|
दूसरा कारण :- अस्तित्व के कारक हैं, जैसे स्थापना लागत जैसे कर, शुल्क, किराया, आदि, और उत्पादन लागत, जैसे, श्रम, मजदूरी, परिवहन शुल्क, बिक्री कर, आयकर, आदि।
तीसरा कारण :- यह संसाधन पर निर्भर उद्योग है इसलिए ये कच्चे पदार्थो के साथ साथ बिजली की संसाधन पर भी निर्भर करता है जो की इसके स्थानीकरण का एक कारक है