माझ्या मुळे धातूचे आणि अधातूचे गुणधर्म असतात
Answers
Answer:
अल्पकालीन दीर्घकालीन अल्पज्ञ बहुज्ञ
अधर्म धर्म सदोष अदोष
अल्पायु दीर्घायु अभ्यस्त अनभ्यस्त
अनुरक्त विरक्त अमर मर्त्य
अतल वितल प्रवर अवर
पूर्णिमा अमावस्या असली नकली
यज्ञ विज्ञ इष्ट अनिष्ट
उपचार अपचार आरोही अवरोही
आरोह अवरोह अन्धकार प्रकाश
आगामी गत आग्रह दुराग्रह
आकर्षण विकर्षण न्यून अधिक
आलस्य स्फूर्ति आदर्श यथार्थ
आय व्यय आहार निराहार
शांत आतुर आचार अनाचार
आदत्त प्रदत्त आह्वान विसर्जन
आवृत्त अनावृत्त आर्द्र शुष्क
आच्छादित अनाच्छादित आशीर्वाद अभिशाप
आध्यात्मिक भौतिक आस्था अनास्था
ओखली मसूल गंभीर ओछा
ओढ़ना बिछाना ओतप्रोत विलग
औंधा सीधा औचित्य अनुचित्य
वालिद औलाद अंदरूनी बाहरी
आंकुचन प्रसारण अबला सबला
उन्नति अवनति अंगीकार अस्वीकार
अंतर्द्वंद्व बहिर्द्वन्द्व इच्छा अनिच्छा
ईश्वर अनीश्वर प्रेम ईर्ष्या
इकहरा दोहरा ईद मुहर्रम
ईमानदार बेईमान ईश्वरवादी अनीश्वरवादी
उत्कर्ष अपकर्ष उत्थान पतन
उद्यमी आलसी उर्वर ऊसर
उधार नकद उत्कृष्ट निकृष्ट
उषा संध्या सौम्य उग्र
उपयुक्त अनुपयुक्त उपाय निरुपाय
उत्तरायण दक्षिणायन उष्ण शीत, शीतल
उदास प्रसन्न, प्रफुल्ल उच्च निम्न
उदीची प्रतीची उपजाऊ बंजर
उपार्जित स्वयंप्राप्त उत्पतन निपतन
उदात्त अनुदात्त रोपण उन्मूलन
उपयोग दुरूपयोग उपसर्ग प्रत्यय
उन्मीलन निमीलन ऋण उऋण
उपमेय अनुपमेय पूर्वार्द्ध उत्तरार्द्ध
उत्पत्ति विनाश एकता अनेकता
एड़ी चोटी एकल बहुल
एकाग्र चंचल एक अनेक
एकांगी सर्वांगी ऐक्य अनैक्य
एकमुखी बहुमुखी एकतंत्र बहुतंत्र
एकेश्वरवाद वहुदेववाद ऋजु वक्र
ऋणात्मक धनात्मक ऋषि संसारी
खेद प्रसन्नता क्रय विक्रय
कृष्ण पक्ष शुक्ल पक्ष पुष्प कंटक
मधुरता कटुता उदार कट्टर
सरल कठिन कठोर कोमल
कथ्य अकथ्य कपट निष्कपट
बेक़रार करार सपूत कपूत
कर्मशील कर्महीन कीर्ति अपकीर्ति
प्राकृतिक कृत्रिम कर्मण्य अकर्मण्य
कर्कश मधुर कुरूप सुरूप, सुन्दर
कोप कृपा क्रिया प्रतिक्रिया
क़ानूनी गैरकानूनी कुमार्ग सुमार्ग
कुपुत्री सुपुत्री मुरझाना खिलना
खंडन मंडन खरा खोटा
खोलना बांधना खुशबू बदबू
Explanation: