मनुष्य नागठन माता की पाचन क्रिया समझाओ
Answers
Answer:
आयर्वेद के अनुसार एक स्वस्थ पाचन तंत्र सभी प्रकार के स्वास्थ्य का आधार है। अधिकतर रोगों का मुख्य कारण पाचन तंत्र का बिगड़ना है। पाचन तंत्र की चयापचय ऊर्जा (metabolic), जिसे अग्नि कहते हैं, वह शरीर से सभी प्रकार के विष और अवशिष्ट बाहर निकालती है। यह भौतिक पदार्थ को तोडकर सूक्ष्म ऊर्जा में बदल देती है, जो कि शरीर के लिए आवश्यक है, इस से वह आंतरिक ऊर्जा उत्पन्न करती है और मन में स्पष्टता का निर्माण होता है।
हम एक जूसर के उदहारण से अपने पाचन तंत्र को समझ सकते हैं, शरीर के विष, फल के अवशिष्ट की तरह हैं, अग्नि जूसर के ब्लेड्स हैं और रस (जूस) ऊर्जा है! इसी प्रकार जब अग्नि (जूसर ब्लेड) कमजोर हो तो पाचन ठीक ढंग से नहीं होगा और भोजन से ऊर्जा (जूस) नहीं बनेगी! और परिणामतः - ज्यादा विष (फल के अवशिष्ट) कोशिका में जमा होने लगेगा। इस लिए तीक्ष्ण अग्नि (बेहतर जूसर ब्लेड्स) एक अच्छे पाचन तंत्र के लिए आवश्यक है! इस अग्नि को योग के माध्यम से ठीक किया जा सकता है।