नीचे दिए गए विशिष्ट भाषा - प्रयोगों के उदाहरणों को ध्यान से पढ़िए और इनकी अर्थ - छवि स्पष्ट कीजिए -
(क) पहली कन्या के दो संस्करण और कर डाले
(ख) खोटे सिक्कों की टकसाल जैसी पत्नी
(ग) अस्पष्ट पुनरावृत्तियाँ और स्पष्ट सहानुभूतिपूर्ण
Answers
नीचे दिए गए विशिष्ट भाषा - प्रयोगों के उदाहरणों और इनकी अर्थ - छवि इस प्रकार है:
(क) पहली कन्या के दो संस्करण और कर डाले?
‘कन्या के दो संस्करण और कर डालें’ इस वाक्य में लेखक का कहने का तात्पर्य यह था कि भक्तिन को पहली कन्या हुई, उसके बाद उसकी दो बेटियां और हुई। चूंकि भाई-बहन अक्सर एक-दूसरे का प्रतिरूप ही होते है, इसलिये पहली कन्या के बाद हुई कन्याये भी उसके जैसी ही दिखती होंगी। इसलिये लेखक ने कहा है कि पहली कन्या के दो संस्करण और कर डाले।
(ख) खोटे सिक्कों की टकसाल जैसी पत्नी?
‘खोटे सिक्के की टकसाल जैसी पत्नी’ वाक्य में लेखक का तात्पर्य कन्याओं के जन्म से था। क्योंकि भक्तिन निरंतर कन्याओं के जन्म दे रही थी। यहां खोटे सिक्के की तुलना कन्या से की गई है। भक्तिन पुत्र को जन्म दे पाई और निरंतर कन्याओं को जन्म दिया। टकसाल में किसी सिक्कों को डाला जाता है, क्योंकि लेखक ने कन्याओं की तुलना सिक्के से की है इसलिए भक्तिन को टकसाल बताया की दी है, यानी भक्तिन खोटे सिक्के की टकसाल के जैसी थी और कन्या पैदा करना उसका सबसे बड़ा अवगुण था।
(ग) अस्पष्ट पुनरावृत्तियाँ और स्पष्ट सहानुभूतिपूर्ण?
अस्पष्ट पुनरावृत्तियां ऐसी बातें हैं, जो बार-बार दोहराई जाती हों, लेकिन इतनी धीरे से बोली जाती हों कि वह बात समझ ही नहीं आ पाती हो, कि वह बात किस बारे में है।
स्पष्ट सहानुभूतियां कुछ बातें ऐसी हों. जो इसी धीरे-धीरे बोली जाती हों, सुनने में तो नहीं आई लेकिन चेहरे की भाव भंगिमा से उन बातों के अर्थ को समझा जा सके।