निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
जनसंख्या की वृद्धि भारत के लिए आज एक विकट समस्या बन गई है । यह समाज की
सुख - संपन्नता के लिए एक भयंकर चुनौती है । महानगरों में कीड़े - मकोड़ों की भाँति
अस्वास्थ्यकर घोंसलों में आदमी भरा पड़ा है । न धूप , न हवा , न पानी , न दवा ।पीले -
दुर्बल , निराश चेहरे ।यह संकट अनायास नहीं आया ।संतान को ईश्वरीय विधान और वरदान
माननेवाला भारतीय समाज ही इसका ज़िम्मेदार है ।चाहे खिलाने को रोटी और पहनाने को
वस्त्र न हों शिक्षा को शुल्क और रहने को छप्पर न हो , लेकिन अधभूखे , अधनंगे बच्चों की
क़तार खड़ी करना हर भारतीय अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझता है ।यही कारण है कि
प्रतिवर्ष एक आस्ट्रेलिया यहाँ की जनसंख्या में जुड़ता चला जा रहा है , यदि इस जनवृद्धि
पर नियंत्रण न हो सका तो हमारे सारे प्रयोजन और आयोजन व्यर्थ हो जाएँगे ।
जब किसी समाज के सदस्यों की संख्या बढ़ती है , तो उसे उनके भरण - पोषण के लिए
जीवनोपयोगी वस्तुओं की आवश्यकता पड़ती है । जनसंख्या और उत्पादन - दर में चोर -
सिपाही का खेल शुरु हो जाता है ।जनसंख्या बढ़ने पर उत्पादन वृद्धि पीछे रह जाती है ।
उत्पादन वृद्धि के सारे लाभ को जनसंख्या वृद्धि व्यर्थ कर देती है , जिसके परिणाम स्वरूप
वस्तुएँ अलभ्य हो जाती है और महँगाई निरंतर बढ़ती जाती है ।जीवन - स्तर गिरता जाता
है । ग़रीबी , अशिक्षा , बेकारी बढ़ती चली जाती है ।बड़ा परिवार एक ओवर लोडेड गाड़ी के
समान होता है , जिसे खींचने वाले कमाऊ घोड़े अपनी ज़िंदगी को रोटी , कपड़ा और मकान
की चिंता में होम कर देते हैं , फिर भी पेट ख़ाली - के ख़ाली रह जाता है ।पारिवारिक जीवन
क्लेशमय हो जाता है ।इस समस्या से बचने का एक ही उपाय है - जनसंख्या पर नियंत्रण
।आज समाज की आँखें खुल चुकी हैं । हमारा प्रगतिशील समाज अच्छी तरह समझ चुका है
कि उसका और उसकी पीढ़ी का कुशल क्षेम परिवार के नियोजन पर ही निर्भर है ।बच्चे
केवल उतने हो , जिनका भरण - पोषण भली प्रकार से किया जा सके ।परिवार में सदस्यों
की संख्या कम होने से माता - पिता पर आर्थिक भार कम होता है , जिससे वे अपनी प्रगति
और भावी जीवन की योजनाएँ कार्यान्वित कर पाते हैं।
क) भारत में बढ़ती जनसंख्या के लिए कौन ज़िम्मेदार है ?
ख) जनसंख्या और महँगाई में क्या रिश्ता है ?
ग) बड़ा परिवार शाप क्यों है ?
घ) आज प्रगतिशील समाज क्या समझ चुका है ?
ड) विग्रह करके समास का नाम लिखिए -
परिवार - नियोजन
च) गद्यांश के लिए उचित शीर्षक लिखिए.
Answers
Answer:
Answer:क) भारत में बढ़ती जनसंख्या के लिए कौन ज़िम्मेदार है ?
answer :- संतान को ईश्वरीय विधान और वरदान
को ईश्वरीय विधान और वरदानमाननेवाला भारतीय समाज ही इसका ज़िम्मेदार है।
ख) जनसंख्या और महँगाई में क्या रिश्ता है ?
answer:- चोर -सिपाही
ग) बड़ा परिवार शाप क्यों है ?
answer:- बड़ा परिवार एक ओवर लोडेड गाड़ी केसमान होता है , जिसे खींचने वाले कमाऊ घोड़े अपनी ज़िंदगी को रोटी , कपड़ा और मकान
परिवार एक ओवर लोडेड गाड़ी केसमान होता है , जिसे खींचने वाले कमाऊ घोड़े अपनी ज़िंदगी को रोटी , कपड़ा और मकानकी चिंता में होम कर देते हैं , फिर भी पेट ख़ाली - के ख़ाली रह जाता है । पारिवारिक जीवन
जीवनक्लेशमय हो जाता है ।
घ) आज प्रगतिशील समाज क्या समझ चुका है ?
कि उसका और उसकी पीढ़ी का कुशल क्षेम परिवार के नियोजन पर ही निर्भर है ।बच्चे
कि उसका और उसकी पीढ़ी का कुशल क्षेम परिवार के नियोजन पर ही निर्भर है ।बच्चेकेवल उतने हो , जिनका भरण - पोषण भली प्रकार से किया जा सके ।
ड) विग्रह करके समास का नाम लिखिए -
ड) विग्रह करके समास का नाम लिखिए - परिवार - नियोजन
च) गद्यांश के लिए उचित शीर्षक लिखिए.
answer:- जनसंख्या की वृद्धि