नाद रीझि तन देत मृग, नर धन हेत समेत। ते नर पशु से अधिक,रीझेहु कछु न देत।।" प्रस्तुत दोहे में पशु से भी नीच लोग कौन होते हैं, इसके जवाब में कौन सा कथन सत्य है?
स्वार्थी प्रवृत्ति वाले
दया न करने वाला
दूसरों का अपमान करने वाले
दूसरों के गुणों की प्रशंसा न करने वाले
Answers
नाद रीझि तन देत मृग, नर धन हेत समेत। ते नर पशु से अधिक,रीझेहु कछु न देत।।" प्रस्तुत दोहे में पशु से भी नीच लोग कौन होते हैं,
ऊपर दी पंक्तियों के संबंध में निम्निलिखित कथन सत्य है...
दया न करने वाला।
रहीम की इन पंक्तियों का अर्थ यह है कि हिरण जैसा पशु भी मधुर संगीत को सुनकर अपने प्राणों तक का न्योछावर कर देता है। कोई सहृदय मनुष्य भी किसी के प्रेम भाव से प्रभावित होकर अपने समस्त धन को दे देता है। लेकिन कुछ ऐसे कठोर मन वाले मनुष्य होते हैं जो किसी पर दया नहीं करते। ऐसे मनुष्य पशु से भी गए-गुजरे हैं, जो किसी के प्रेम या करुणा से प्रभावित होकर जरा भी दया नहीं करते।
आज के समय में यह सत्य है कि मनुष्य बद मुफ्त में सब कुछ लेना चाहता है और किसिस के लिए कुछ भी नहीं करना चाहता है| वह दूसरों की ख़ुशी के लिए कुछ नहीं करना चाहता है|
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