नए और पुराने को आप किस आधार पर अपनाना चाहेंगे नाखून क्यों बढ़ते हैं पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए
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नाखून क्यों बढ़ते हैं कहानी हजारी प्रसाद द्विवेदी द्वारा लिखी गई है जो उनके बेटी द्वारा पूछे गए प्रश्न "नाखून क्यों बढ़ते हैं "पर आधारित है। नाखून हम सब मानव के शरीर के अंगों का एक हिस्सा है और यह प्राकृतिक रूप से बढ़ता है।
लेखक ने कहानी में ही बता दिया है कि एक समय में मानव बनमानस था जिसे लड़ने के लिए नाखून की आवश्यकता थी। वह नाखून से अपनी रक्षा करते थे। इसलिए नाखून को बदलते वक्त के साथ नहीं हटाया गया है मानव अंगों से।
नया हो या पुराना मानव अंग है उन्हीं बनमानस का जिनके पास नाखून थे । नाखून की जरूरत आपातकालीन स्थिति में पड़ती है इसलिए इन्हें काटने पर भी बढ़ जाती है।
लाखों वर्ष पहले जब मनुष्य जंगली और सभ्यता या यह माना जाए वनमानुष जैसा था | उसे अपने जीवन यापन के लिए नाखूनों की जरूरत होती थी क्योंकि जीवन की रक्षा के लिए नाखून बहुत ही जरूरी अस्त्र थे | उस समय नाखून उनके जीवन में महत्वपूर्ण अस्त्र हुआ करता था।
मनुष्य विकास करता गया और नए नए औजारों और हथियारों को उसने खोज डाला। आज मानव ने तरह तरह के अस्त्र-शस्त्र बना लिए हैं लेकिन उसके नाखून अब भी बढ़ रहे हैं |
प्रकृति भी मनुष्य को उसके भीतर वाले अस्त्र से वंचित नहीं कर रही है अभी वह याद दिला रही है कि तुम्हारे नाखून को भुलाया नहीं जा सकता तुम वही लाख वर्ष पहले के नाखून और दांत ओं पर निर्भर रहने वाले जीव हो। नाखून बढ़ते रहते हैं और यह मनुष्य को याद दिलाते रहते हैं कि यह नाखून तुम्हारे पाशवी वृत्ति के जीवन का प्रतीक हैं |